उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंग में से एक बाबा महाकाल के दर पर साल के अंतिम दौर में श्रद्धालुओं का तांता लगना शुरू हो गया है. वहीं नव वर्ष पर भी श्रद्धालुओं की भारी संख्या पहुंचने का अनुमान मंदिर समिति व अधिकारियों ने अभी से लगाना शुरू कर दिया है. जिसको लेकर सिंहस्थ मेला कार्यालय में मंदिर समिति के मुख्य पुजारी, महाराज विनीत गिरी, मंदिर प्रशासक, एडीएम नरेंद्र सूर्यवंशी, कलेक्टर आशीष सिंह और एसपी सतेंद्र कुमार शुक्ल सहित अधिकारियों की विशेष बैठक आयोजित की गई. जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं.
दरअसल मंदिर में आभी श्रद्धालुओं के लिए जो दर्शन व्यवस्था है. वह ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से है. इसमें एक स्लाट में 1500 श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं. कुल 8 स्लॉट हैं. जो 12000 श्रद्धालुओं की अनुमति देता है. वहीं वीआईपी गेट से आने वाले श्रद्धालुओं को बिना बुकिंग के 251रुपए के दान रसीद के साथ दर्शन लाभ मिल सकता है. अब तक रसीद वाले 6000 श्रद्धालु हैं. जो कुल मिलाकर हर रोज 18000 श्रद्धालु अब तक दर्शन कर रहे थे. क्योंकि साल का अंतिम दौर है. श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है.
मंदिर समिति और अधिकारियों की हुई बैठक
श्रद्धालु की संख्या 18000 से लेकर 28000 तक पहुंचने की संभावना है. जिससे कोरोना काल में सामाजिक दूरी और अन्य व्यवस्थाओं को संभालना मुश्किल हो रहा है. अभी मंदिर परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है. सभी बातों को ध्यान में रखते हुए जिले के आला अधिकारी व मंदिर समिति ने निर्णय लिया है.
बैठक में लिए गए फैसले
- भस्मारती व गर्भ गृह में प्रवेश पर प्रतिबंध आगामी आदेश तक जारी रहेगा. अभी नंदी गृह में वीआईपी प्रवेश पर छूट दी थी लेकिन वह भी 4 दिन के लिए पूर्णता प्रतिबंधित कर दिया गया.
- ऑनलाइन बुकिंग कर दर्शन करने वाले अब तक 1 स्लॉट में 1500 श्रद्धालु दर्शन करते थे. कुल 8 स्लॉट के हिसाब से 12000 श्रद्धालु दर्शन कर रहे थे. स्लॉट की संख्या बढ़ाकर 3500 की गई है.कुल स्लॉट 8 हैं. अब 42000 श्रद्धालु बुकिंग के जरिए रोज दर्शन का लाभ ले सकेंगे.
- दर्शन का समय शाम 9 बजे से बढ़ाकर 9:45 तक किया गया है. जो बुकिंग नहीं करवा सकते हैं. वह मंदिर के गेट से 251 की दान रसीद कटवा कर तुरंत दर्शन का लाभ ले सकेंगे.
- मंदिर के अन्दर ओमकारेश्वर मंदिर है. जिसकी पूजा का अधिकार विनीत गिरी महाराज को दिया है.
- मंदिर में सभी फोटोग्राफर का 6 महीने का शुल्क माफ किया गया है.
- मंदिर समिति ने 84 लाख की आय का हिसाब पेश किया है, जिसे भी अप्रूव किया गया है.