टीकमगढ़। मजदूरों की रोजगार की समस्या को देखते हुए जिला प्रशासन ने मनरेगा योजना के तहत राहत कार्य शुरू किया है. जिससे जिले के तमाम मजदूरों को रोजगार मिल गया. जिले में कोरोना वयरस के चलते किए गए लॉकडाउन के बाद से ही हजारों मजदूर परेशान थे, लॉकडाउन के चलते उनके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया था. घर में भूख का तांडव और बाहर पुलिस के डंडों के भय से मजदूर अपनी किस्मत को कोसते नजर आते थे.
मनरेगा के तहत मजदूरों को टीकमगढ़ में मिला रोजगार, आर्थिक संकट से मिलेगी राहत
लॉकडाउन के बीच टीकमगढ़ में मजदूरों के लिए मनरेगा योजना के तहत रोजगार दिया जा रहा है. लॉकडाउन के चलते कई मजदूरों पर आर्थिक संकट आ गया था, जिसको देखते हुए मजदूरों को स्थानीय स्तर पर रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है. पढ़िए पूरी खबर..
काम बंद होने से इन लोगों की आर्थिक हालत खस्ता हो चुकी थी. वहीं इसको देखते हुए प्रशासन ने राहत काम शुरू कर दिए, जिससे मजदूरों की रोजी-रोटी की समस्या खत्म हो सके. जिले में मनरेगा योजना के तहत प्रेत्यक ग्राम पंचायत में मजदूरों के लिए 600 के लगभग राहत कार्य खोले गए, जिसमें से टीकमगढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत 200 काम शुरु किए गए हैं. इन कामों में डग पॉइन्ट, तलैया, खेत तालाब और कपिल धारा और कुपों का निर्माण किया जा रहा है.
जिले में सबसे ज्यादा जल संरक्षण को लेकर संरचनाएं बनाई जाएंगी. इससे मजदुरों को रोजगार मिलेगा और बारिश में पानी को भी रोका जाएगा. इन संरचनाओं के जरिए जिले के ग्राम पंचायत मिनोरा में सैकड़ों मजदूरों को रोजगार देने के लिए एक तलैया का निर्माण करवाया जा रहा है. मजदूरों का कहना है कि रोजगार मिलने से अब उनके घर मे चूल्हा जल सकेगा और सभी को भेटपर खाना भी मिलेगा.