टीकमगढ़। जिले में आदिवासियों को मिलने वाले वनाधिकार पट्टों को लेकर हजारों आदिवासियों के साथ छलावा कर अन्याय किया जा रहा है. एकता परिषद के जिला संयोजक और आदिवासियों ने प्रदर्शन करते हुए वनाधिकार पट्टा सर्वे में जमकर भ्रष्टाचार होने के आरोप लगाए हैं, साथ ही डिफ्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है.
आदिवासियों का कहना है कि, जिन गांवों में आदिवासी वन विभाग की भूमि पर काबिज हैं, उसमें सभी को काब्जा नहीं दिखाया जा रहा है और उनको जमीन से हटाया जा रहा है, जिसमे वन विभाग के बीट गार्ड, हल्का पटवारी और पंचायत सचिव और दबंग मिलकर आदिवासियों को वहां से हटा रहे हैं. उनका कहना है कि, जो सर्वे किया जा रहा है उसमें जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है.