टीकमगढ़। प्रदेश सरकार बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने का दावा कर रही हो, लेकिन टीकमगढ़ का जिला अस्पताल अव्यवस्थाओं का बोलबाला है. जिला अस्पताल में दवा लेने के लिए महिलाओं और वृद्ध लोगों के लिए अलग से विंडो बनाई गई है, लेकिन खिड़की नहीं खुलने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. अस्पताल प्रबंधन इस मामले में गोल- मोल जवाब देकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहा है.
दवाई का काउंटर नहीं खुलने से परेशान मरीज अस्पताल में आए मरीज के परिजनों ने मीडिया से चर्चा में कहा कि जिले में यहीं अस्पताल एकमात्र अस्पताल है. जिले भरे के लोग अपना इलाज कराने के लिए यहां आते है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में दवा वितरण की व्यवस्था पूरी तरफ से चरमरा गई है.
दवा के लिए अस्पताल में कुल चार विंडो बनाई गई है. लेकिन दो विंडो अधिकतर बंद रहती हैं. जिससे मरीजों को लंबी- लंबी लाइन में खड़ा होना पड़ता है. जिसमें वृद्ध, महिलाओं और दिव्यांग लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
मामले पर सफाई देते जिला अस्पताल के सिविल सर्जन के प्रभारी डॉ. कमलेश गुप्ता प्रभारी ने कहा कि अस्पताल में मरीजों की सुविधाओं के लिए अलग- अलग लाइने हैं, उन्होंने कहा कि स्थानीय लोग दवा के लिए बनाई गई लाइनों का पालन नहीं करते हैं. इसलिए कई बार दवा लेने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं.
डॉ. कमलेश गुप्ता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि जिन लोगों के लिए जो लाइनें बनाई गई है. लोग उन लाइनों का पालन करें.