टीकमगढ़। पूरे जिले में आज कार्तिक पूर्णिमा की धूम देखने मिली. एक ओर जहां नदी, घाट और तालाबों में हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा. तो वहीं महिलाओं ने 56 भोग लगा और नदी में 108 दीपकों का दान कर, धूमधाम से भगवान कृष्ण की पूजा कर उन्हें विदा किया.
एक महीने तक महिलाएंरखती हैंव्रत
- कार्तिक का व्रत एक महीने तक किया जाता है.
- शरद पूर्णिमा से शुरू होता है ये व्रत.
- सुबह पांच बजे उठकर नदी में नहाती हैं महिलाएं.
- एक माह करती हैं माखनचोर नंदलाल की पूजा-अर्चना.
- कार्तिक पूर्णिमा के दिन भगवान कृष्ण को विदा कर, खत्म होता है ये व्रत.
कार्तिक पूर्णिमा में होती है विशेष पूजा
- 56 तरह के मीठे पकवान बनाती हैं महिलाएं.
- नंदलाल का होता है आकर्षक शृंगार.
- पूजा-अर्चना, हवन-आरती के बाद महिलाएं गाती हैं कार्तिक के विशेष गीत.
- बाजे-गाजे और नृत्य कर धूमधाम से होती है नंदलाल की विदाई.
- कार्तिक में सुबह जल्दी नहाने वाली महिलाएं मानी जाती हैं गोपी.
- दीपदान कर मनाई जाती देव दिवाली.
Last Updated : Nov 12, 2019, 9:39 PM IST