सिंगरौली। जिले में अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को डोर टू डोर कचरा कलेक्शन करने का ठेका मिला है. कंपनी को कचरा उठवाकर उसे प्लांट तक पहुंचाना है. इस कचरे को सॉलिड वेस्ट प्लांट में पृथक करण करके उसे खाद में बदला जा रहा है. वहीं बैढ़न जयंत के आसपास के वार्डों में डोर टू डोर कचरा कलेक्शन होने के बावजूद भी यहां के वार्डों में गंदगी का अंबार लगा हुआ है.
पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान को लगा झटका, करोड़ों का ठेका फिर भी सफाई जीरो - सिंगरौली न्यूज
जिले के वार्डों में गंदगी का अंबार है, जबकि साफ-सफाई के लिए 5 करोड़ की राशि दी गई, इसके बावजूद स्वच्छता का बुरा हाल देखकर यहां के लोगों में आक्रोश है.
बता दें कि नगर पालिका के आधे से ज्यादा वार्ड ग्रामीण इलाकों में आते हैं. जिसमें निगाही, अम्लोरी, मुहर, कचनी, सिंगरौली, जय नगर इलाकों के कचरे के ठेके मनमानी और कुप्रबंधन की भेंट चढ़ गए हैं. जिसमें NCL इलाके का डोर टू डोर कचरा कलेक्शन प्लांट तक नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे नगर निगम की करोड़ों रुपए की मशीनें जंग खा रही हैं. यहां स्वच्छता योजना के नाम पर भारी घोटाला किए जाने का आरोप लग रहा है.
दरअसल शहर की सफाई के लिए 5 करोड़ का बजट रखा गया, लेकिन जमीनी हकीकत को देखकर सहज अंदाजा लगाया जा सकता है कि इन पैसों का क्या हुआ. बता दें कि अर्बन अनवयरोटेक प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का कार्यकाल 31 जुलाई को खत्म हो चुका है और नया ठेका 1 अगस्त से सीताडेल कंपनी को मिला है.