शिवपुरी। शिवपुरी जिले का फरार मास्टर माइंड बिन्नू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव पर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल ने 5 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है. बिन्नू पर शिवपुरी, पोहरी और बैराड़ में 250 हेक्टेयर सरकारी भूमि को पटवारियों, तहसील, एसडीएम ऑफिस और कलेक्ट्रेट की नकल शाखा में पदस्थ बाबुओं से मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेचने का आरोप है.
पुलिस टीम लगातार ग्वालियर सहित अन्य जगहों पर बिन्नू श्रीवास्तव की गिरफ्तारी के लिए प्रयास कर रही है. लेकिन वह अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. पुलिस ने सोनू राठौर को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है. बैराड़ पुलिस थाने के एसआई अरविंद सिंह चौहान ने बताया कि इस मामले में विवेचना में अन्य पहलुओं पर भी जांच की जा रही है. इधर पुलिस बरामद दस्तावेजों को भी खंगाल रही हैं जिससे कुछ अन्य क्लू उन्हें मिल सकें. फर्जी पट्टा कांड के खुलासा होने के बाद कई कर्मचारी भूमिगत हो गए हैं. जबकि पुलिस लगातार रैकेट में शामिल अधिकारी-कर्मचारियों की छानबीन कर रही है.
यह है पूरा मामला
16 सितंबर 2020 को आवेदक तोमर सिंह धाकड़ ने लिखित आवेदन पोहरी एसडीओपी के समक्ष पेश किया था, जहां जांच के दौरान सरकारी कागजों में हेराफेरी कर शासकीय जमीन की बंदरबांट का मामला पाया गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल शिवपुरी पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने पोहरी एसडीओपी निरंजन सिंह राजपूत के नेतृत्व में 10 सदस्यीय एसआईटी गठित की. एसआईटी द्वारा आरोपी सोनू राठौर को हिरासत में लिया गया. जिसने पूछताछ में बताया कि मास्टरमाइंड बिन्नू उर्फ सत्यम श्रीवास्तव, पोहरी तहसील में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 प्रीतम, कैलाश बाबू कलेक्ट्रेट कार्यालय के रिकॉर्ड शाखा में पदस्थ, बाबू प्रताप पुरी और जीतू निलंबित पटवारी देवेंद्र गौड़ ने शासकीय दस्तावेजों में हेरफेर कर फर्जी पट्टे तैयार कर शासकीय जमीन को खुर्द बुर्द कर दिया था. पुलिस ने शिवपुरी और बैराड़ में छापामार कर सोनू राठौर के कब्जे से फर्जी शासकीय दस्तावेज और फर्जी सीलें भी जब्त की थी. इस मामले में प्रकरण दर्ज होते ही सभी लोग फरार हैं.