श्योपुर। कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल को विवादित बयान देना भारी पड़ गया. गृह मंत्री के निर्देश पर विधायक बाबूलाल जंडेल के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है. गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे ने कोतवाली थाने में विधायक बाबूलाल जंडेल के खिलाफ FIR दर्ज करवाई है.
कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल पर दर्ज की गई FIR बाबूलाल जंडेल ने दिया था विवादित बयान
बुधवार को श्योपुर से कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल ने बयान दिया था कि "कानून की किताब को सीएम की छाती पर जलाकर उनकी आंखों में फेंक दूंगा." विधायक जंडेल यहीं नहीं रूके. उन्होंने क्षेत्रिय सांसद और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के समर्थकों को दलाल तक कह दिया. उन्होने यह बयान उस वक्त दिया जब वह बारिश से फसलों के नुकसान का तत्काल सर्वे और मुआवजे के लिए कलेक्टर ऑफिस पहुंचे थे. इस दौरान जंडेल ने ज्ञापन भी सौंपा. उनका कहना है कि क्षेत्र के 3000 किसानों को मुआवजा नहीं मिला है ना ही उनकी फसल बर्बादी का सर्वे हुआ है.
गृह मंत्री ने दिए थे FIR करने के निर्देश
जंडेल के बयान के बाद जमकर हंगामा मचा. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि "कांग्रेस ने हमेशा आदिवासी, गरीबों के हक को छीनने की कोशिश की है. गरीबों के कल्याण के लिए बीजेपी सरकार द्वारा लागू की गई हर योजना का कांग्रेस ने विरोध किया है. आदिवासी भाईयों के लिए लागू की गई राशन आपके द्वार योजना पर कांग्रेस का विरोध भी इसी का उदाहरण है. अब कांग्रेस विधायक संविधान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं. बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के बनाए गए संविधान का अपमान करने पर कांग्रेस विधायक बाबूलाल जंडेल के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर मैंने डीजीपी को निर्देश दिए हैं."
कांग्रेस विधायक के बिगड़े बोल, कहा- 'संविधान को CM की छाती पर जलाकर उनकी आंखों में फेंक दूंगा'
श्योपुर कोतवाली में दर्ज की गई FIR
गृह मंत्री के निर्देश के बाद तत्काल पुलिस विभाग हरकत में आया. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रेमलाल कुर्वे ने श्योपुर के कोतवाली थाने में विधायक बाबूलाल जंडेल के खिलाफ राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कराया है. इधर घटना के बाद श्योपुर में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस विधायक की सदस्यता समाप्त कराने की मांग को लेकर राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंपा.