शाजापुर। अरनियाकला में पिछले 22 अगस्त की रात को अज्ञात बदमाश ने भगवान की प्रतिमा को खंडित कर दिया था. जिससे ग्रामीणों और आस-पास के रहवासियों का गुस्सा फूट पड़ा था और 23 अगस्त को ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे आष्टा-शुजालपुर मार्ग पर चक्काजाम कर दिया था. घटना की जानकारी लगने पर एसडीएम शुजालपुर प्रकाश कस्बे 23 अगस्त को मौके पर पहुंचे थे और प्रतिमा खंडित करने वाले बदमाश को 48 घंटे में पकड़ने का आश्वासन दिया था. लेकिन इस आश्वासन के लगभग 11 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस बदमाश का पता लगाने में नाकामयाब रही है. गुरुवार को एक बार फिर बड़ी संख्या में ग्रामीण और संगठन से जुडे़ लोग सड़क पर उतरकर नेशनल हाईवे को जाम कर दिया.
प्रतिमा खंडित करने का मामला: 11 दिन बीतने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली, ग्रामीणों ने किया हाईवे जाम - religious sentiment
शाजापुर जिले में भगवान की प्रतिमा खंडित करने के मामले में पुलिस के हाथ 11 दिन बाद भी खाली हैं. जबकि प्रशासन ने आरोपियों की गिरफ्तारी 48 घंटे के अंदर करने का आश्वासन दिया था. जिसके चलते अरनियाकला के ग्रामीणों ने सड़क पर चक्का जाम कर दिया. जिससे 9 घंटे तक आवागमन पूरी तरह बाधित रहा.
आरोपियों को पकड़ने की मांग करते हुए आंदोलनकारी सड़क पर ही बिछात लगाकर बैठ गए और अखाडों का प्रदर्शन के साथ भजन कीर्तन शुरू कर दिया. गुरुवार शाम 8 बजे तक नेशनल हाईवे पर चक्काजाम लगा रहा और करीब 9 घंटे तक आवागमन बाधित था. अरनियाकला बस स्टैंड के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लगी हुई थी, जिसके बाद एसडीओ विजयशंकर द्विवेदी ने दोपहर को अरनियाकला पहुंचकर आंदोलनकारियों से चर्चा करते हुए रोड को खुलवाने के लिए काफी प्रयास किए, लेकिन आंदोलनकारी अपनी मांग पर ही अडे़ रहे. आंदोलनकारी इस संबंध में कलेक्टर से चर्चा करना चाहते थे. लेकिन कलेक्टर शाम 7 बजे तक घटना स्थल पर नहीं पहुंचे और रोड पर आवागमन रूका रहा.
शाम को अरनियाकला में बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया. दूसरी तरफ मार्ग को बाधित करने के साथ ही गांव भी इस घटना के विरोध में पुरी तरह बंद रहा. अवंतिपुर टीआई बडोदिया प्रदीप वलटर ने बताया कि इस मामले में पहले कुछ लोगों से पूछताछ भी की गई थी, लेकिन परिणाम सार्थक रूप से सामने नहीं आए.