शहडोल। शहडोल जिले में बच्चों की मौत का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है, सिलसिलेवार तरीके से बच्चों की मौत हो रही है. अभी 8 बच्चों की मौत का मामला शांत नहीं हुआ था कि एक बार फिर से 48 घंटे में शहडोल जिला चिकित्सालय में 4 बच्चों की मौत हो गई है. जिसके बाद से एक बार फिर से शहडोल जिला अस्पताल सुर्खियों में आ गया है. हालांकि इन चार बच्चों में एक 6 माह में ही पैदा हुआ प्रीमेच्योर बच्चा भी शामिल है, जिसकी मौत हुई है.
फिर 4 बच्चों की मौत
शहडोल जिला अस्पताल में पिछले 48 घंटे में 4 बच्चों की मौत हो गई है. इन 4 बच्चों में 1 छह माह में ही पैदा हुआ 600 ग्राम का बच्चा भी शामिल है, जो प्री मेच्योर था, उसकी भी मौत हो गई है. इस आंकड़े के साथ शहडोल जिले में पिछले 1 हफ्ते में 12 बच्चों की मौत हो चुकी है. जिन चार बच्चों की मौत हुई है. उसमें डिंडोरी की 11 दिन की बच्ची मौत हुई है, जो निमोनिया से पीड़ित थी. इसके अलावा उमरिया जिले के पाली के 7 माह के बच्चे की भी निमोनिया और ब्रेन फीवर से मौत हुई है.
जानिए ये चार बच्चे कहां से और कब जिला अस्पताल आए
सिविल सर्जन व्हीएस बारिया ने बताया कि दो दिसंबर को दो बच्चों की मौतें हुई हैं और तीन तारीख को भी दो मौतें हुई हैं. जिसमें 2 दिसंबर को जो मौत हुई है, उसमें ये बच्ची अंडरवेट थी, और 6 से 7 महीने में इसकी डिलीवरी हो गई थी. इसका वजन 6 ग्राम वजन था और बुढ़ार से रेफेर होकर आई थी, जो शहडोल जिला अस्पताल में 30 तारीख को पहुंचीं थी तो वह इतनी सीरियस थी कि उसे वेंटिलेटर पर आते ही रखा गया था. दो तारीख को एक्सपायर हो गई थी.
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1 तारीख को ही डिंडौरी से आई बच्ची जो कि 2 को एक्सपायर हो गई थी. 11 दिन की बच्ची थी ये दोनों नवजात थे. इसके बाद तीन दिसंबर को जिन बच्चों की मौत हुई थी, उसमें एक बच्चा 2 दिसंबर को भर्ती हुआ था जो कि बहुत ही ज्यादा मतलब ह्यपोथरमिया में था, बिल्कुल ठंडा पड़ गया था. उसका टेम्परेचर 30 डिग्री फेरहाइट ही था. उसको भर्ती करके उसका इलाज किया गया. जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया था. वह भी दो दिसंबर को भर्ती हुआ था और 3 को उसकी मौत हो गई थी.