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MP Assembly Election 2023: विंध्य क्षेत्र में आम आदमी पार्टी लगा रही जोर, क्या बीजेपी के गढ़ में सेंध लगाने की है ये तैयारी

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस-बीजेपी के अलावा आम आदमी पार्टी भी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार रही है. आप ने अपने चुनावी तैयारियों की शुरुआत विंध्य क्षेत्र से शुरू कर दी है. एक के बाद एक सभाएं आप विंध्य क्षेत्र से कर रही है. जबकि विंध्य क्षेत्र बीजेपी का गढ़ है.

MP Assembly Election 2023
भगवंत मान और अरविंद केजरीवाल

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 20, 2023, 3:48 PM IST

शहडोल। विंध्य क्षेत्र मध्य प्रदेश की राजनीति में एक अहम किरदार निभाता है. इसीलिए इस क्षेत्र में हर पार्टी की नजर होती है, फिर चाहे वो बीजेपी हो कांग्रेस हो या फिर कोई और पार्टी हो. वर्तमान में विंध्य क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी का कब्जा है. या यूं कहें कि ये क्षेत्र भारतीय जनता पार्टी का गढ़ बना हुआ है. अब भारतीय जनता पार्टी के इसी गढ़ में सेंध लगाने के लिए आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. इसीलिए तो विंध्य क्षेत्र में आम आदमी पार्टी ने बैक टू बैक दो सभाएं कर डाली हैं.

विंध्य में आम आदमी पार्टी की नजर: मध्य प्रदेश में कुछ ही महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं. जिसे लेकर इन दिनों मध्य प्रदेश में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. बीजेपी-कांग्रेस या फिर कोई और पार्टी हो सभी अपना पूरा दम खम लगा रही हैं. इधर मध्य प्रदेश में इस बार आम आदमी पार्टी ने भी सभी 230 विधानसभा सीटों से चुनाव लड़ाने का ऐलान कर दिया है. कुछ सीटों पर तो अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा भी कर दी है, लेकिन लगता है विंध्य क्षेत्र में आम आदमी पार्टी की भी पैनी नजर है. इसीलिए विंध्य क्षेत्र में आदमी पार्टी ने अब तक बैक टू बैक दो सभाएं भी कर डाली हैं. अगस्त महीने में पहले सतना में सभा, जहां अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान शामिल हुए. सतना में जहां दिल्ली सीएम ने 8 गारंटियां दी थी. तो वहीं रीवा में हुई जनसभा में भीड़ को देखकर अरविंद केजरीवाल ने 10 गारंटियां दे डाली और जनता को वजह बताई की उन्हें क्यों चुनना चाहिए.

सतना में आम आदमी पार्टी की सभा

विंध्य से तलाश रहे जमीन:आम आदमी पार्टी ने पहले दिल्ली में अपनी सरकार बनाई, फिर पंजाब में अपनी सरकार बनाई. अब आम आदमी पार्टी मध्य प्रदेश पर भी अपनी पैनी नजर बनाए हुए है. इस बार एमपी के 230 विधानसभा सीटों में अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा आम आदमी पार्टी ने पहले ही कर दी थी. अब आप की नजर एमपी के विंध्य क्षेत्र पर पूरी तरह से है. जिस तरह से आप विंध्य क्षेत्र में ताबड़तोड़ रैलियां कर रही है और पूरी ताकत झोंक रही है. उससे तो यही लग रहा है कि आप को विंध्य क्षेत्र से ही एमपी में एंट्री का रास्ता नजर आ रहा है. खुद अरविंद केजरीवाल विंध्य से विधानसभा के चुनाव में जमीन तलाश रहे हैं. लगता है उन्हें इस क्षेत्र से कुछ पॉजिटिव साइन भी नजर आ रहा है.

विंध्य से इसलिए भी आस: आप की आखिर विंध्य क्षेत्र से इतनी आस क्यों है. विंध्य क्षेत्र में आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत क्यों लगा रही है, इसे ऐसे भी समझ सकते हैं. इस क्षेत्र में आप ने एक तरह से एंट्री भी कर ली है. निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी एमपी के इस क्षेत्र से अपना खाता खोल चुकी है. सिंगरौली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का महापौर है. आप पार्टी की एमपी अध्यक्ष रानी अग्रवाल सिंगरौली से महापौर हैं. उनके जीत के साथ ही एमपी में आम आदमी पार्टी का खाता भी खुला. इतना ही नहीं विंध्य क्षेत्र के उमरिया जिले के पाली क्षेत्र से किन्नर संध्या आम आदमी पार्टी से ही पार्षद पद का चुनाव जीती. पाली नगर पालिका क्षेत्र में ही ऊषा कोल पार्षद का चुनाव तो इन्होंने निर्दलीय लड़ा था, लेकिन ये नेता भी पाली नगर पालिका में पार्षद पद का चुनाव जीतने के बाद आम आदमी पार्टी में शामिल हो गई हैं.

रीवा में आप की सभा

बता दें कि ऊषा कोल पाली की पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. बीजेपी से जीतकर यह अध्यक्ष बनी थीं, लेकिन बीजेपी में इस बार उन्हें टिकट नहीं मिला था. जिसकी वजह से निर्दलीय ही मैदान में उतर गईं और पार्षद पद पर जीत के आईं. फिर आम आदमी पार्टी ज्वाइन कर लिया. मतलब साफ है कि निकाय चुनाव में मध्य प्रदेश में खासकर विंध्य क्षेत्र से आम आदमी पार्टी की एंट्री हो चुकी है. अब आप की विंध्य क्षेत्र में विधानसभा में भी पूरी नजर है. इसीलिए खुद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पंजाब के सीएम भगवंत मान अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं.

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बीजेपी का गढ़ है विंध्य:जिस विंध्य क्षेत्र में आप आगामी विधानसभा चुनाव में जमीन तलाश रही है. अपनी पूरी ताकत झोंक रही है. उस क्षेत्र में बीजेपी का पूरी तरह से कब्जा है. एक तरह से ये बीजेपी का गढ़ बन चुका है. विंध्य क्षेत्र में टोटल 30 विधानसभा सीट आती हैं. 2018 के चुनाव में यहां से बीजेपी 30 सीटों में से 24 सीट जीतने में कामयाब रही थी. जबकि एमपी में बीजेपी को साल 2018 में अपनी सत्ता गंवानी पड़ी थी. कांग्रेस ने सरकार बनाई थी, फिर भी इस क्षेत्र में बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस सेंध नहीं लगा पाई थी. ऐसे में बीजेपी के गढ़ में इस बार आम आदमी पार्टी ने भी एंट्री मारी है. अब देखना यह होगा कि आप विंध्य में क्या अपने मकसद पर कामयाब हो पाती है या फिर भाजपा को एक बार फिर से यहां की जनता चुनकर लाती है.

रीवा में आम आदमी पार्टी की महारैली

आम आदमी पार्टी की बड़ी उम्मीद:उमरिया जिले के पाली में निकाय चुनाव में आम आदमी पार्टी के जीत का खाता खोलने वाली पार्षद और आम आदमी पार्टी की प्रदेश सह सचिव किन्नर संध्या का कहना है कि "एमपी की जनता भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों से तंग आ चुकी है और अब बदलाव चाहती है. एमपी की जनता ने दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार के कामों को देखा है. वैसे भी मध्य प्रदेश में अभी तीसरा विकल्प नहीं था और इस बार हम तीसरा विकल्प बनेंगे. एमपी की जनता हमें चुनकर लाएगी. विंध्य क्षेत्र में निकाय चुनाव में हम यहां अपना खाता भी खोल चुके हैं. अब हम यहां पूरा जोर भी लगा रहे हैं, विंध्य की जनता आम आदमी पार्टी को पसंद कर रही है. इस बार विंध्य समेत पूरे एमपी में आम आदमी पार्टी अपने जीत का परचम लहरायेगी.

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