शहडोल। जिले के जयसिंह नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत अटरिया गांव के रहने वाले महिपाल यादव, जो कि एक किसान हैं, उनके खेत से पुरातात्विक महत्व के कुछ सिक्के और बर्तन मिले हैं. यह अब गांव वालों और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए कौतूहल का विषय बना हुआ है. हालांकि प्रशासन ने उसे अपने कब्जे में ले लिया है. इस संबंध में पुरातत्व विभाग को भी सूचना दे दी गई है.
खेत से मिले सिक्कों पर लिखी है अजीब भाषा. खेत से मिलीं ऐतिहासिक महत्व की चीजें
मिली जानकारी के मुताबिक, अटरिया गांव में किसान महिपाल यादव अपने खेत में हल चला रहे थे. तभी उनके हल में कोई चीज फंस गई. उन्होंने जब उसे निकाला तो पुरातात्विक महत्व की कई महत्वपूर्ण चीजें निकलीं, जिसमें कुछ बर्तन और सिक्के थे.
261 सिक्के, दो कटोरा और 10 थाली मिलीं. गांव वालों के लिए बना कौतूहल का विषय
यह बात पूरे गांव में सनसनी की तरह फैल गई. बड़ी संख्या में स्थानीय व अन्य जगहों से लोग उसे देखने के लिए पहुंचने लगे, और निकले हुए धातुओं को देखकर सभी मनगढ़ंत अंदाजा लगाने लग गए कि ये धातुएं कब की हैं. उन सिक्कों पर लिखी हुई भाषाओं का ज्ञान किसी को न होने से यह पता नहीं लगाया जा सका कि यह कब से जमीन में दबी हुई हैं.
प्राचीन कालीन बर्तन और सिक्के मिलने से किसान के घर पर लगा लोगों का तांता. बक्सवाहा के जंगल में मिली 25 हजार साल पुरानी रॉक पेंटिंग, पुरातत्व विभाग की रिपोर्ट में हुई पुष्टि
जानिए जमीन के अंदर से क्या-क्या निकला ?
मामले की भनक जब पुलिस प्रशासन को लगी तो जयसिंह नगर टीआई व जयसिंह नगर तहसीलदार संयुक्त टीम के साथ महिपाल यादव निवासी अटरिया के घर पहुंचे और निकले हुए सामान में 261 नग सिक्का तांबानुमा, कांसा नुमा दो कटोरा और 10 टूटी फूटी थाली को जब्त कर पुरातत्व विभाग को सूचित किया गया है. अब यह जांच का विषय है कि सिक्के और धातुएं किस काल की हैं.
जिला प्रशासन ने कब्जे में लिया सारा सामान.