सिवनी। सरकार लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए सरकार भले ही अनगिनत योजनाएं चलाती हो. लेकिन 70 साल के बुजुर्ग दंपत्ति दयनीय जीवन जीने को मजबूर हैं. इन्हें किसी योजना का लाभ नहीं मिल रहा है.
बदहाली में जीवन जीने को मजबूर बुजुर्ग दंपत्ति तक नहीं पहुंची सरकारी योजनाएं
सिवनी के घंसौर विकासखंड मुख्यालय में जबलपुर रोड पर करीब 25 से 30 साल पुरानी एक झोपड़ी में बुजुर्ग दंपत्ति अपने जीवन के आखिरी पलों का इंतजार कर रहे हैं.
जिले के घंसौर विकासखंड मुख्यालय में जबलपुर रोड पर करीब 25 से 30 साल पुरानी एक झोपड़ी में बुजुर्ग दंपत्ति अपने जीवन के आखिरी पलों का इंतजार कर रहे हैं. उम्र के 70 सावन पूरे कर चुके इन दोनों बुजुर्गों की आंखें भी अब चली गई हैं. ये दोनों काम करने में सक्षम भी नहीं हैं. ऐसे में आसपास के लोगों की रहमदिली पर निर्भर इस बुजुर्ग दंपत्ति को आज तक सरकार आवास भी नहीं मिला है.
साथ ही शासन की किसी भी योजना का लाभ इस दंपत्ति को नहीं मिल पाया है. चेतराम यादव नामक बुजुर्ग के साथ 60 साल की छोटी बाई करीब 25 से 30 साल इस झोपड़ी में अपनी जिंदगी गुजार रहे हैं. झोपड़ी की हालत भी ऐसी जहां कोई पैर भी न रखे. झोपड़ी पॉलीथिन और तिरपाल के सहारे ढकी हुई है. अगर तेज बारिश हो तो पानी इनकी झोपड़ी में ही आ जाएगा. बता दें दोनों बुजुर्ग की कोई संतान नहीं है. पड़ोसियों का कहना है कि सरकारी योजनाएं सिर्फ कागजों में ही सिमट कर रह जाती है. उसका लाभ गरीबों को मिल ही नहीं पाता है.