सीहोर। नसरुल्लागंज तहसील की सीमा से लगे क्षेत्र के किसान टिड्डी दल का आतंक झेल रहे हैं, आस पास के दर्जनों गांवों में अनगिनत टिड्डी दल किसानों की फसलों को चौपट कर रहा है. राजस्थान की तरफ से आए टिड्डी दल को खेतों से भगाने के लिए किसान कई तरह के उपाय कर रहे हैं, जबकि कृषि विभाग ने भी इसको लेकर चिंता जताई है, ये टिड्डी दल फसलों और वनस्पतियों को मिनटों में चट कर जाती है.
टिड्डी दल से बचाव के लिए नियुक्त किए गए स्पेशल अधिकारी - टिड्डी दल सीहोर
नसरुल्लागंज के नयापुरा गांव में टिड्डी दल पहुंच गया है, एसडीएम, तहसीलदार और कृषि विभाग के अधिकारी भी इससे बचाव के तरीके किसानों को बता रहे हैं, इसके लिए अलग से अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, ताकि टिड्डी दल के आतंक से किसानों की फसलों को बचाया जा सके.
नसरुल्लागंज अनुविभागीय अधिकारी राजस्व शैलेंद्र हिनोतिया ने आदेश जारी कर जनपद पंचायत नसरुल्लागंज की अनुभाग सीमा में सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति की है, सेक्टर अधिकारी ग्राम पंचायतों में घूम-घूम कर ग्रामीणों को टिड्डी दल के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण देंगे. किसानों को ध्वनि विस्तारक यंत्रों जैसे ड्रम, ढोल, टीन आदि बजाकर टिड्डी दल को भगाने के प्रयास करने होंगे. आरडीई कृषि विज्ञान केन्द्र सेवनिया के वैज्ञानिक जैनेन्द्र कुमार कन्नौजिया ने बचाव के उपाय बताए हैं, जिनका उपयोग कर किसान टिड्डी दल से अपनी फसलों को बचा सकते हैं.
टिड्डी दल से हो रहे नुकसान को देखकर किसान परेशान हैं, अब प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. किसान भी इसकी गंभीरता को देखते हुए पारंपरिक तरीके अपना कर इन्हें भगाने का प्रयास कर रहे हैं. टिड्डी दल फसलों व वनस्पतियों को खाकर नष्ट कर देता है. इनकी संख्या लाखों में होती है, जो जहां आक्रमण कर देती है, वहां की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाती है.