सीहोर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सीहोर में एक अच्छी पहल की गई है, जिसके तहत बंद पड़ी रेत खदानों को मछली पालन के लिए दिया जाएगा. इससे उनकी आर्थिक स्थिति तो मजबूत होगी ही, साथ ही मछली की आपूर्ति भी स्थानीय स्तर पर हो सकेगी.
सीहोर: बंद पड़ी खदानों में होगा मछली पालन, बेरोजगारों को मिलेगा रोजगार - Fisheries in mines
सीहोर में अब जल्द ही कमजोर तबके को सरकार रोजगार के अवसर देगी. जिले में बंद पड़ी खदानों की सूची तैयार कर उन्हें मछली पालन के लिए देने का काम किया जा रहा है, जिससे कि हिताग्राहियों को आर्थिक लाभ भी होगा. साथ ही जो बंद पड़ी खदानें हैं, उनका रखरखाव भी किया जा सकेगा.
खदानों में मछली पालन
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खनिज अधिकारी ने बताया कि, कलेक्टर और आयुक्त के निर्देशन पर मछली पालन के लिए जो पट्टे दिए जाने की योजना है, उसके अंतर्गत बंद पड़ी खदानों को दिया जाएगा. बारिश के मौसम में इन खदानों में पानी भर जाता है. हिताग्राहियों को आर्थिक लाभ भी होगा. साथ ही जो बंद पड़ी खदानें हैं उनका रखरखाव भी होगा.