भोपाल/सतना। रैगांव विधानसभा सीट पर उपचुनाव का मुकाबला कांग्रेस की कल्पना वर्मा और बीजेपी की प्रतिमा बागरी के बीच है. अनुसूचित जाति बहुत इस विधानसभा सीट हुए दस चुनावों में पांच बार बीजेपी उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है. इस सीट पर अनुसूचित जाति और ओबीसी वर्ग के मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं, वहीं सवर्ण मतदाताओं को साधने में पार्टियां जुटी रहती हैं. कांग्रेस की कल्पना वर्मा पिछले चुनाव में दूसरे नंबर पर रही थीं.
जुगल किशोर बागरी के परिवार ने खोला मोर्चा
बीजेपी के टिकट फाइनल होने के बाद दिवंगत विधायक जुगल किशोर बागरी के दोनों पुत्र कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां पुत्र पुष्पराज बागरी ने छोटे भाई देवराज बागरी के नाम से नामांकन फॉर्म लिया, वहीं देवराज अपनी पत्नी के नाम पर पहले ही फॉर्म ले चुके हैं. वहीं पुष्पराज बागरी भी पहले ही अपने नाम का फॉर्म ले चुके हैं. टिकट ना मिलने से दिवंगत विधायक के पुत्र ने पार्टी के इस निर्णय पर अफसोस जताते हुए नजर आए. नए प्रत्याशी प्रतिमा बागरी पर इशारों-इशारों में निशाना साधा.
आपसी खींचतान से प्रतिमा को मिला फायदा
बीजेपी उम्मीदवार प्रतिमा बागरी पार्टी में लंबे समय से महिला मोर्चा में सक्रिय रही हैं. उनके पिता जय प्रताप बागरी और मां कमलेश बागरी दोनों एक ही कार्यकाल में पंचायत सदस्य रहे हैं. जय प्रताप बागरी बीजेपी के दिवंगत विधायक जुगुलकिशोर बागरी के बड़े भाई हैं. बीजेपी उम्मीदवार प्रतिमा बागरी की सास उषा बागरी भी सेवा सहकारी समिति, कुलगढ़ी सतना की पूर्व अध्यक्ष रही हैं. पति डाॅ.संदीप बागरी कृषि यंत्रों के बड़े कारोबारी हैं. जुगुल किशोर बागरी के निधन के बाद उनके दोनों बेटों में टिकट को लेकर मचे घमासान का फायदा प्रतिमा बागरी को मिला है.