सतना। विंध्य सफेद शेरों की धरती के रूप में जाना जाता है, लेकिन अब इसकी पहचान के रूप में जाने जाने वाले शेरों की मौत लगातार हो रही है, जी हां हम बात कर रहे हैं, सतना जिले के मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी की, जहां फिर एक बाघ की मौत हो गई है. हालांकि, मौत का कारण अभी तक अज्ञात है.
व्हाइट टाइगर सफारी में एक और बाघ की मौत, प्रशासन खामोश - tiger state madhya pradesh
सफेद शेरों की धरती विंध्य में अब बाघों पर संकट मंडराने लगा है, लगातार हो रही बाघों की मौत चिंता का विषय बना है. बीते दिन फिर एक बाघ की मौत हो गई थी, जबकि दो बाघ अभी भी मरणासन्न अवस्था में हैं.
मुकंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी चिड़ियाघर में 31 दिसंबर की सुबह दम तोड़ दिया था, इस बार मरने वाले बाघ का नाम नकुल था, ये वही नकुल है, जिसने राधा के साथ डेटिंग के दौरान उसकी जान ले ली थी, इतना ही नहीं चिड़ियाघर में दो और बाघ मरणासन्न अवस्था में हैं, जिन्होंने खाना पीना छोड़ दिया है, इसमें एक सफेद मादा बाघ और एक येलो बाघ शामिल है.
अब तो ऐसा प्रतीत हो रहा है कि चिड़िया घर पर ताला लगने का प्रबंधन इंतजार कर रहा है, व्हाइट टाइगर जू प्रबंधन में हड़कंप मचा है, इस पर प्रबंधन पूरी तरह खामोश है और पूरे मामले को दबाने का प्रयास भी सफारी प्रबंधन कर रहा है. आखिरकार जिस नाम से ये सफारी बनाई गई है, जब उसमें टाइगर ही नहीं बचेंगे तो क्या होगा, यह तो सोचने का विषय है.