सतना। सीधी में मंगलवार को यात्रियों से भरी एक बस नहर में गिर गई थी. जिसके बाद प्रशासन ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया, जो अब भी जारी है. नहर से करीब 51 से अधिक यात्रियों के शव बाहर निकाले जा चुके हैं. वहीं हादसे के बाद बस ड्राइवर बालेंद्र विश्वकर्मा मौके से फरार हो गया था. जिसे पुलिस ने सतना जिले से गिरफ्तार किया है.
सीधी बस हादसे का ड्राइवर गिरफ्तार - खट की आवाज आई और नहर में समा गई बस
बस ड्राइवर के मुताबिक सतना मार्ग पर जाम लगा था. इसलिए वह छुहिया घाटी के रास्ते बस को लेकर जा रहा था. लेकिन नहर के पास अचानक बस में खट की आवाज आई और अचानक बस नहर में चली गई. इस दौरान उसे कुछ भी समझ में नहीं आया. बस नहर में धीरे-धीरे डूबने लगी. इस दौरान यात्रियों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी. बस पूरी तरह पानी में गिर गई. जिसके बाद कुछ लोगों ने रस्सी के सहारे उसे बाहर निकाला. नहर से बाहर निकलने के बाद वह बस पकड़कर सतना के लिए रवाना हो गया. तब से वह सतना में ही था.
- सतना से बस ड्राइवर गिरफ्तार
सतना पुलिस के मुताबिक उन्हे जानकारी मिली थी कि बस ड्राइवर सीधी से सतना पहुंचा है. इसी जानकारी के आधार पर पुलिस ने आरोपी बालेंद्र विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया. फिलहाल पुलिस आरोपी ड्राइवर से पूछताछ कर रही है.
- अब भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सीधी सड़क हादसे में आज दूसरे दिन भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. सुबह 6 बजे से शुरू हुए रेस्क्यू में तीन और लोगों के शव मिले हुए हैं. वहीं सीधी के कलेक्टर रविंद्र कुमार चौधरी ने 51 लोगों के मरने की पुष्टि कर दी है. रेस्क्यू ऑपरेशन में 600 जवान तैनात किए गए हैं. वहीं सीधी के पास के जिलों सिंगरौली, सतना और रीवा से भी पुलिस बल को बुलाया गया है.
नहर में गिरी बस जबलनाथ ट्रेवेल्स की थी, जोकि हर दिन छुहिया घाटी के रास्ते सतना जाती थी. हादसे का सबसे बड़ा कारण रास्ते का संकरा होना माना जा रहा है. बस अपने तय रुट नेशनल हाई-वे नंबर 39 से सीधी से सतना जा रही थी, लेकिन घाटी के रास्ते में खराब सड़क और गढ्ढे की वजह से जाम लगा था. ड्राइवर जाम की वजह से बस को संकरे रास्ते से ले गया, जो नहर से लगकर निकलती है. ड्राइवर ने संतुलन खोया और हादसा हो गया.
कहा जा रहा है कि बस की क्षमता 32 सवारियों की थी. इसमें अवैध तरीके से 58 यात्रियों को ले जाया जा रहा था. रूट बदलने और संकरे रास्ते के चलते ये दुर्घटना हुई. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रेलवे, एनटीपीसी और एएनएम के विभिन्न पदों के लिए एग्जाम के चलते बस में सवारियों की संख्या ज्यादा थी.
शिवराज जी ! सीधी छुहिया घाटी की सड़क 'अमेरिका' जैसी हैं क्या ?
सीधी से सतना जा रही जबलनाथ ट्रेवेल्स की MP 19P 1882 यात्री बस बेकाबू होकर पटना पुल के पास अंतरराज्जीय बाणसागर परियोजना की नहर में गिर गई. बस में लगभग 58 यात्री सवार थे. 50 यात्रियों के शव नहर से निकाल लिए गए हैं. सात यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकला गया है. दूसरे दिन भी रेस्क्यू जारी है.
- मध्यप्रदेश में बड़े सड़क हादसे
- 3 अक्टूबर 2019: रायसेन में बस नदी में गिरी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई, 20 यात्री जख्मी हो गए. 45 सवारियों को लेकर बस छतरपुर से भोपाल जा रही थी. रास्ते में गड्ढा आने के कारण बस का संतुलन बिगड़ गया था.
- फरवरी, 2019: तीर्थयात्रियों को लेकर प्रयागराज कुंभ से बस नागपुर जा रही थी. जबलपुर में आधारताल के पास बस पुल से तालाब में गिर गई. हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई, 40 यात्री घायल हो गए.
- अप्रैल 2018: भोपाल से लगभग 680 किलोमीटर दूर सीधी जिले में, जोगदाहा पुल से बस सोन नदी में गिर गई. बस को मिनी ट्रक ने टक्कर मार दी थी. बस में सवार लोग शादी समारोह से लौट रहे थे. हादसे में 21 लोगों की मौत हो गई, 20 से ज्यादा घायल हो गए.
- सितंबर 2018: दमोह के पास पुलिया से बस नदी में गिर गई. हादसे में एक भाजपा कार्यकर्ता की मौत हो गई और 24 से ज्यादा लोग घायल हो गए.
- 13 सितंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में गिरी बस. 30 लोग घायल हुए.
- 11 दिसंबर 2017: टीकमगढ़ क्षेत्र में जामनी नदी में बस गिर गई थी. हादसे में 20 यात्री घायल हुए.
- 14 अक्टूबर 2016: रतलाम में नामली शहर के पास एक प्राइवेट बस पानी के गड्ढे में गिर गई. हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई.
- अक्टूबर 2016: विदिशा में संजय सागर बांध के जलग्रहण क्षेत्र में प्राइवेट बस गिरी. हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई. बस भोपाल से शमसाबाद जा रही थी. बस में 50 यात्री सवार थे.
- दिसंबर 2015: होशंगाबाद जिले में एक बस पुल से नीचे गिर गई. हादसे में 15 यात्रियों की मौत हो गई और 25 घायल हो गए.