सतना।पूरे देश में कोरोना वायरस महामारी के रूप में फैल चुका है, इसको लेकर सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं पर काफी ध्यान दे रहे है, लेकिन सतना जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं चरमरा गई हैं, सतना शहरी क्षेत्र की आबादी करीब ढाई लाख है और इतनी बड़ी आबादी को कोरोना से बचाने के लिए महज 6 एंबुलेंस लगाई गई हैं, ऐसे में भला किस तरह से कोरोना को रोका जा सकता है.
कैसे लगेगी कोरोना पर लगाम, जब ढाई लाख की आबादी पर होगी महज 6 एंबुलेंस ?
सतना शहरी क्षेत्र की आबादी करीब ढाई लाख है, इस ढाई लाख की आबादी में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए महज 6 एंबुलेंस लगाई गई है, भला ऐसे में कैसे रुकेगा कोरोना.
स्थानीय वार्ड पार्षद की मानें तो इतनी बड़ी आबादी वाले क्षेत्र में 6 एंबुलेंस हैं, जिनमें से कुछ खराब भी हैं. वहीं एंबुलेंस के अंदर मौजूद रहने वाले अटेंडर डॉक्टर और स्टाफ नर्स या वार्ड बॉय भी नहीं हैं.निश्चित तौर ये प्रशासन की घोर लापरवाही है.
स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है. लेकिन इतनी बड़ी आबादी वाले क्षेत्र में कोरोना वायरस से निपटने के लिए 6 एंबुलेंस लगाए गए हैं, इनमें से कुछ एंबुलेंस खराब भी हैं, यदि कोई भी कोरोना केस शहर में पाया जाता है, तो उसके साथ अन्य संक्रमित लोगों के लिए एंबुलेंस कैसे तैयार रहेगी, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.