सागर। नई शिक्षा नीति 2020 (New Education Policy) के तहत आगामी सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया (Admission process) चल रही है. फिलहाल, इस प्रवेश प्रक्रिया के तहत सिर्फ स्नातक कोर्स के लिए एडमिशन (Admission) किए जा रहे हैं, नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक कोर्स 3 की जगह 4 वर्ष का होगा. खास बात ये है कि इस 4 वर्ष के कोर्स में मुख्य विषयों के साथ व्यवसायिक और वैकल्पिक पाठ्यक्रम के जरिए कई महत्वपूर्ण विषयों का अध्ययन छात्र कर सकते हैं, जिसमें रामचरितमानस (Ramcharitmanas) के दार्शनिक चिंतन (Philosophic) के अलावा ब्यूटी (Beauty) और हेल्थ (Health) जैसे कोर्स भी शामिल होंगे. इसके अलावा पर्यटन (Tourism), टैक्स (Tax) और ई अकाउंटिंग (E-accounting), डिजिटल मार्केटिंग (Internet Marketing), फूड प्रोसेसिंग (Food processing) जैसे विषय भी पढ़े जा सकते हैं.
कैसी होगी प्रवेश प्रक्रिया और पाठ्यक्रम
नई शिक्षा नीति (News Education Policy) के तहत प्रवेश प्रक्रिया ऑनलाइन पद्धति से ही की जा रही है, और इसमें छात्रों (Students) को अपनी पसंद के अनुसार कॉलेज (Collage) की प्राथमिकता तय करना है. वहीं 4 वर्षीय स्नातक कोर्स में विद्यार्थी (Students) अपने पसंद का एक मुख्य विषय (Main subject) और फिर एक गौण विषय के अलावा व्यवसायिक और वैकल्पिक पाठ्यक्रम का भी चुनाव करेगा. इसके अलावा हर कोर्स (syllabus) में आधार पाठ्यक्रम भी शामिल होगा और छात्रों को कोर्स के चौथे वर्ष में विषय अनुसार इंटर्नशिप (internship) भी करनी होगी. इस प्रक्रिया के तहत प्रथम वर्ष की पढ़ाई करने वाले छात्रों को सर्टिफिकेट द्वितीय वर्ष के छात्रों को डिप्लोमा तृतीय वर्ष के छात्रों को डिग्री और चतुर्थ वर्ष तक का कोर्स कंप्लीट करने वाले विद्यार्थियों को बैचलर एंड रिसर्च डिग्री (Bachelor and Research Degree) मिलेगी.
बीए स्नातक कोर्स के साथ ले सकते हैं ये वैकल्पिक विषय
बीए स्नातक कोर्स (BA undergraduate course) करने वाले छात्रों (Students) को वैकल्पिक विषय (Optional subject) के रूप में इन विषयों में से एक विषय का चयन करना होगा. जिसमें मध्य प्रदेश (MP) के लोक नृत्य (Folk dance) का सामान्य परिचय, धन और बैंकिंग का अर्थशास्त्र, भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) की संरचना संगठनात्मक व्यवहार, कम्युनिकेटिव इंग्लिश (communicative English), भौतिकी (Physics), भूगोल (Geography), पर्यावरण मुद्दे और आपदा प्रबंधन, प्रयोजनमूलक हिंदी और जनसंपर्क, हिंदी अनुप्रयोग और विज्ञापन व्यवसाय, भारत में विरासत प्रबंधन, भारत का संवैधानिक इतिहास, चिकित्सा और कल्याण पर्यटन, प्राथमिक उपचार,नर्सिंग और हाइजीन, रंगाई छपाई, बाल एवं महिला सशक्तिकरण, हाउसकीपिंग और हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, भारतीय संगीत का सामान्य अध्ययन, प्राचीन संगीत का सामान्य ज्ञान, रामचरितमानस का दार्शनिक चिंतन, लोक प्रशासन सिद्धांत एवं व्यवहार, भारतीय राजनीतिक व्यवस्था, भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन, समाजशास्त्र का परिचय, भारतीय समाज एवं संस्कृति.
बीएससी स्नातक कोर्स के साथ वैकल्पिक विषय
इसके साथ बीएससी (Bsc) स्नातक कोर्स के साथ हर्बल एंड कॉस्मेटिक (Herbal & Cosmetic), नर्सरी मैनेजमेंट (Nursery management), दैनिक जीवन में रसायन शास्त्र, औषधि रसायन के मूल सिद्धांत, कंप्यूटर फंडामेंटल, एमएस ऑफिस, मल्टीमीडिया और एनीमेशन, स्प्रेडशीट के माध्यम से डेटा विश्लेषण और विजुलाइजेशन, विज्ञान के तत्व, खनिज और चट्टानें, प्राथमिक उपचार एवं नर्सिंग और हाइजीन, रंगाई- छपाई, बाल अधिकार और महिला सशक्तिकरण, हाउसकीपिंग और हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट, लॉजिक और सेट मैट्रिक्स, ज्यामितीय वेक्टर बीजगणित, गैर परंपरागत ऊर्जा संसाधन, मानव रोग, मधुमक्खी पालन, रेशम उत्पादन आदि में से किसी एक का वैकल्पिक विषय के रूप में चयन करना होगा.
New Education Policy: 4 साल में स्नातक, मुख्य विषय के साथ कर सकेंगे रामचरित मानस का अध्ययन
नई शिक्षा नीति 2020 (New Education Policy) के तहत आगामी सत्र के लिए प्रवेश प्रक्रिया (Admission process) शुरू हो चुकी है.नई शिक्षा नीति के तहत स्नातक कोर्स अब 4 वर्ष का होगा. इस 4 वर्ष के कोर्स में मुख्य विषयों के साथ व्यवसायिक और वैकल्पिक पाठ्यक्रम के जरिए कई महत्वपूर्ण विषयों का अध्ययन छात्र कर सकते हैं.
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बीकॉम कोर्स के साथ वैकल्पिक विषय
बीकॉम (Bcom) कोर्स के साथ वैकल्पिक विषय (Optional subject) के रूप में व्यवसाय अध्ययन की आधारभूत सिद्धांत, लेखांकन का मूल सिद्धांत, भारत में बैंकिंग संस्थाएं, मुद्रा एवं बैंकिंग व्यवसाय संगठन एवं प्रबंधन में से किसी एक विषय का चयन करना होगा.
Last Updated : Sep 8, 2021, 9:12 AM IST