सागर।आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर नारी शक्ति की प्रतीक राजलक्ष्मी मांडा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे के साथ बुलेट पर यात्रा कर रही हैं. वह मदुरई से मनाली अटल टनल तक करीब 4450 किलोमीटर के सफर पर हैं. इस बीच गुरुवार को राजलक्ष्मी मांडा सागर पहुंची, जहां डॉ.हरिसिंह गौर केन्द्रीय विश्वविद्यालय पर राजलक्ष्मी मांडा का भव्य स्वागत किया गया. डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद राष्ट्रीय एकता यात्रा का शुभारंभ हुआ.
राजलक्ष्मी के नेतृत्व में निकली राष्ट्रीय एकता यात्रा
डॉ.हरिसिंह गौर की प्रतिमा से शुरू होकर राष्ट्रीय एकता यात्रा पुलिस लाईन, व्ही.सी बंगला, लाल स्कूल गोपालगंज, झंडा चौक गोपालगंज होते हुए तीन बत्ती पहुंची. डॉ. हरिसिंह गौर की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद यात्रा विधायक शैलेन्द्र जैन के निवास पर समाप्त हुई. इस मौके पर लीगल राइट काउंसिल इंडिया की प्रदेश उपाध्यक्ष अनु शैलेन्द्र जैन और उनके विधायक पति शैलेन्द्र जैन ने स्वागत किया.
सागर में यात्रा का भव्य स्वागत
राजलक्ष्मी मांडा ने अपनी यात्रा के बारे में बताते हुए कहा कि मैंने अपने जीवन में अनेक यात्राएं की हैं, पर इस यात्रा में एक अलग ही अनुभव प्राप्त हुआ. लोगों का देश के प्रति जो भाव हमें देखने मिला है, वह काबिल-ए-तारीफ है, और सागर में जिस जोश और जिंदादिली से इस यात्रा का स्वागत किया है, उससे लगता है कि स्वतंत्रता दिवस के पहले ही स्वतंत्रता दिवस मना लिया गया.