सागर।नौरादेही अभ्यारण्य को टाइगर रिजर्व बनाने का प्रस्ताव राज्य वन्य प्राणी बोर्ड ने केंद्र सरकार की सहमति के लिए भेज दिया है. इसके पहले यहां राष्ट्रीय बाघ परियोजना के अंतर्गत बाघों को बसाने की तैयारी शुरू हो चुकी है और फिलहाल 10 बाघ नौरादेही अभ्यारण्य में रहते हैं. नौरादेही अभ्यारण्य में अफ्रीकी चीतों की अगली पीढ़ी लाने की भी तैयारी की जा रही है. इसी दिशा में नौरादेही अभ्यारण्य में बसे राजस्व ग्रामों के विस्थापन की कार्रवाई चल रही है, और करीब 300 परिवारों को विस्थापित करने की तैयारी पूरी कर ली गई है. इन विस्थापितों को बसाने के लिए एक सर्व सुविधा युक्त कॉलोनी भी तैयार की जा रही है.
इस कॉलोनी में विस्थापित होंगे 300 परिवार:नौरादेही अभ्यारण्य से विस्थापित होने वाले निवासियों के लिए रहली विकासखंड के समनापुर में सर्व सुविधा युक्त कॉलोनी तैयार की जाएगी. जिसमें 300 से अधिक परिवारों को पट्टे प्रदान किए जाएंगे. कलेक्टर दीपक आर्य ने जिला पंचायत सीईओ क्षितिज सिंघल के साथ नौरादेही अभ्यारण्य के ग्रामों के निवासियों के लिए स्थापित किए जा रहे स्थल का निरीक्षण किया, और आवश्यक निर्देश दिए. कलेक्टर ने बताया कि नौरादेही अभ्यारण्य के ग्रामों के परिवारों की विस्थापन प्रक्रिया चल रही है. रेहली विकासखंड के समनापुर में लगभग 340 परिवारों को विस्थापित किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि सभी परिवारों को विस्थापन स्थल पर सर्व सुविधायुक्त कॉलोनी तैयार की जा रही है. जिसमें शुद्ध पेयजल, सीमेंट रोड, ड्रेनेज सिस्टम, सीवर लाइन, स्ट्रीट लाइट, घरेलू लाइट, स्कूल भवन, आंगनबाड़ी भवन सहित अन्य सुविधाएं तैयार की जा रही है.
प्रदेश भर में मॉडल बनेगा विस्थापित सेंटर:कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि विस्थापित हो रहे परिवारों की महिलाओं को रोजगार उपलब्ध हो सके, इसके लिए समनापुर विस्थापन स्थल पर प्रशिक्षण केंद्र भी तैयार किया जा रहा है. जिसमें स्व-सहायता समूह का निर्माण कर महिलाएं अपने कामकाज प्रारंभ करेंगी. साथ ही प्रशिक्षण स्थल पर सिलाई, कढ़ाई, बरी, पापड़, चटाई बनाना सहित अन्य शिक्षण प्रदान किए जाएंगे. उन्होंने बताया कि ये विस्थापन स्थल कॉलोनी प्रदेश में मॉडल के रूप में तैयार किया जा रहा है, जिसमें सभी आवश्यक मूलभूत सुविधाओं सहित सर्व सुविधा प्रदान की जा रही है.
Nauradehi Wildlife Sanctuary में बाघ के साथ नजर आएंगे चीते, कूनो के चीतों की अगली पीढ़ी को बसाने की तैयारी
सागर बाईपर पर प्रशासन कर रही चर्चा: कलेक्टर दीपक आर्य ने बताया कि सागर बाईपास के लिए मंत्री गोपाल भार्गव की अध्यक्षता में पहली बैठक हुई थी. जिसमें सभी ग्रामवासियों की समस्याओं से अवगत हुए और समस्याओं को सूचीबद्ध किया गया. उन्होंने कहा कि सभी समस्याओं का मौके पर जाकर निराकरण किया जाएगा, जिससे कि सागर बाईपास का कार्य शीघ्र गति से प्रारंभ हो सके. उन्होंने बाईपास में प्रभावित होने वाले ग्रामों में पहुंचकर ग्राम वासियों से चर्चा की और मौके पर मुआयना किया. उन्होंने सागर बाईपास के एलाइनमेंट के संबंध में आने वाली और प्रभावित होने वाली जमीनों मकानों को भी देखा. कलेक्टर ने कहा कि सागर बाईपास का एलाइनमेंट फाइनल होने के पूर्व एवं निर्माण करने के पहले सभी समस्याओं पर विचार कर निराकरण किया जाएगा. सागर बाईपास के लिए अधिक से अधिक शासकीय भूमि का उपयोग किया जाएगा, जो भी निजी भूमि या मकान सागर बाईपास में प्रभावित होगा, उनके लिए शासन की गाइडलाइन के अनुसार मुआवजा प्रदान किया जाएगा.