सागर । रंगों के त्योहार होली पर महान कवि पद्माकर के घाट पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जहां महाकवि पद्माकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर और गुलाल लगाकर होली की शुरुआत की गई. इस अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.दीपक तिवारी ने भी कार्यक्रम में शिरकत किया.
होली के मौके पर महाकवि पद्माकर घाट पर कवि सम्मेलन, कुलपति दीपक तिवारी ने भी दी प्रस्तुति
रंगों के त्योहार होली पर महान कवि पद्माकर के घाट पर कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. जहां महाकवि पद्माकर की मूर्ति पर माल्यार्पण कर और गुलाल लगाकर होली की शुरुआत की गई. इस अवसर पर माखनलाल चतुर्वेदी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.दीपक तिवारी ने भी कार्यक्रम में शिरकत किया.
अंचल के साहित्यकार और नागरिक गण कवि पद्माकर की कर्म स्थली चकरा घाट पर हर साल कवि पद्माकर का अभिषेक और तिलक लगाकर ही होली की शुरुआत की जाती है. जिसके बाद सभी ने आपस में रंग गुलाल लगाकर होली पर्व की शुभकामनाएं दी. इस मौके पर अपने ग्रह जिला पहुंचे दीपक तिवारी ने अपनी रचनाएं सुनाई.
सागर की ऐतिहासिक सागर झील के किनारे चकरा घाट पर महा कवि पद्माकर की कर्म स्थली है.यहां उनकी लिखी फाग आज भी जनमानस में बसी है. यही कारण है कि उन की जन्मस्थली सागर में तालाब किनारे हैं हर साल होली के मौके पर विभिन्न संस्थाओं से जुड़े साहित्यकार कवि पद्माकर की याद में कार्यक्रम का आयोजन किया था.