सागर। बुन्देलखण्ड मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों को कोरोना महामारी के चलते तीन महीने से वेतन नहीं मिला था. जिसते चलते सभी जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर थे. गुरुवार को विधायक शैलेन्द्र जैन के प्रयासों से जूनियर डॉक्टरों ने फिलहाल ड़ताल खत्म कर दी है. जूनियर डॉक्टरों की संख्या 75 के ऊपर है, जो मेडिकल कॉलेज में संविदा नियुक्तियों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर काम पर लौटे
बुंदेलखण्ड मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर विधायक के आश्वासन पर काम पर लौट आए हैं.
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टरों को बीते तीन माह से वेतन नहीं मिला है. जिसके चलते इनके सामने आर्थिक संकट खड़ा हो गया था. कई बार अवगत कराने के बाद भी प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया. मजबूरन जूनियर डॉक्टरों को हड़ताल पर जाना पड़ा था. जिसके बाद विधायक शैलेन्द्र जैन ने मध्यप्रदेश मेडिकल कमिश्नर से बात कर जूनियर डॉक्टरों के पेमेंट का भुगतान करवाने की बात कही.
विधायक से आश्वासन मिलने पर जूनियर डॉक्टरों ने फिर काम करना शुरू कर दिया है. इन डॉक्टरों ने विधायक शैलेन्द्र जैन को और भी समस्याओं से अवगत कराया है. डॉक्टरों ने बताया कि सरकारी मेस में पहले खाना फ्री था, कोरोना महामारी के चलते मेस में खाना बनाने वालों ने भी खाना देना बंद कर दिया. कोरोना पेशेंट को देखने के लिए इन्हें कोई किट नहीं दी गई है. जिस कारण स्वास्थ को लेकर डर लगा रहता है.