सागर। जिले के लगातार बदलते मौसम की मार झेल रहे किसान अब तक नुकसान का सर्वे नहीं होने और मुआवजा राशि नहीं मिलने से परेशान हैं. सागर के जरुआ खेड़ा, खुरई-बीना क्षेत्र और अन्य कई क्षेत्रों में किसान अब तक मुआवजे की आस लगाए बैठे हैं.
सागर: मौसम की मार के बाद अब सरकार की लापरवाही ने तोड़ी किसान की कमर
जिले के लगातार बदलते मौसम की मार झेल रहे किसान अब तक नुकसान का सर्वे नहीं होने और मुआवजा राशि नहीं मिलने से परेशान हैं.
पिछले दिनों लगातार कई बार ओले गिरने से कई इलाकों में फसलों को खासा नुकसान हुआ है, जिसमें मसूर, चना सहित गेहूं की फसलें भी प्रभावित हुई हैं. इसके अलावा टमाटर, बैंगन जैसी फसल भी ओले गिरने से बहुत हद तक खराब हो गई है. जिससे किसानों को बहुत नुकसान हुआ है. अब ओले की मार से प्रभावित किसान सरकार से जल्द सर्वे करवाकर उन्हें राहत दिलाने की मांग कर रहे हैं.
बुंदेलखंड के किसान पूरी तरह से खेती पर ही निर्भर हैं. उनकी फसलें नष्ट हो जाने के बाद उनके जीवनयापन का और कोई जरिया भी नहीं है. जिससे किसानों पर रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.