सागर। कमलनाथ सरकार ने प्रदेश में भू- माफिया के खिलाफ अभियान की शुरुआत की गई गया, सरकार के इस अभियान का आगाज सागर और शहर के उपनगर मकरोनिया नगर पालिका क्षेत्र में जोर- शोर से हुआ, अतिक्रमण चिन्हित कर नोटिस दिए गए. दो से तीन दिन कार्रवाई पूरे जोर- शोर से की गई, शहर के लोगों ने भी कार्रवाइयों को सराहा, लेकिन अतिक्रमण विरोधी यह अभियान महज 3 दिन ही चल सका और पिछले 10 दिनों से ठप्प पड़ा है.
चार दिन ही चल सका अतिक्रमण विरोधी अभियान, पिछले 10 दिनों से ठप्प पड़ी कार्रवाई
'चार दिन की चांदनी फिर अंधेरी रात' वाली कहावत नगर निगम और नगरपालिका मकरोनिया द्वारा चलाये गए अतिक्रमण विरोधी अभियान पर सही साबित हो रही है. अतिक्रण हटाने के लिए चलाया जा रहा अभियान चार दिन तक चलने के बाद थम गया.
सागर और मकरोनिया में अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन ने पहले नालों पर बने कच्चे पक्के अतिक्रमण को चिन्हित किया था, नगर निगम क्षेत्र में 6 शादी वाले घरों के अतिक्रमण का नाप लिया. लोगों को नोटिस दिए गए थे. कुछ लोगों ने अतिक्रमण हटाने मोहलत मांगी थी, जो उनको दी गई. लेकिन अब आम जन में प्रशासन के प्रति जो भरोसा कायम हो रहा था. वो धीरे- धीरे कम होने लगा है. अभियान के थमने पर लोग कयास लगा रहे हैं, कि क्या शहर और उपनगर में अतिक्रमण हट गया या फिर ओर कोई वजह है.
वहीं अतिक्रमण के इसी पहलू को लेकर किए गए सवालों पर नगर-निगम आयुक्त लीपा- पोती करते नजर आए. उनका कहना है कि नपाई नोटिस के बाद अब फिर अभियान चलेगा उनके अनुसार अभियान चल रहा है.