सागर।प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर की आहट नजर आने लगी है. ऐसी आशंका है कि तीसरी लहर दूसरी लहर से ज्यादा घातक हो सकती है, जो बच्चों को अपनी चपेट में ले सकती है, जिसके आसार भी नजर आने लगे हैं. सागर में पिछले 10 दिनों से कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा देखा जा रह है, जोकि बीते 1 अगस्त को बढ़कर 7 पॉजिटिव मरीजों पर पहुंच गया है. चिंता की बात ये है कि इन 7 मरीजों में 3 बच्चे भी शामिल हैं. हालांकि, जिला प्रशासन का कहना है कि बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय में कोरोना की तीसरी लहर के इलाज के लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं.
पॉजिटिव मरीजों में 3 बच्चे शामिल
बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब के प्रभारी डॉक्टर सुमित रावत ने बताया है कि, 1 अगस्त को सात पॉजिटिव मरीज पाए गए हैं, जिनमें मोती नगर क्षेत्र में एक 11 वर्षीय बालिका और 5 वर्षीय बालक पॉजीटिव पाया गया है. वही कैंट इलाके में एक 32 वर्षीय महिला और एक 5 वर्षीय बालिका भी पॉजिटिव पाई गई है. इसके अलावा जिले के अलग-अलग इलाकों में 40 वर्ष से अधिक उम्र के तीन अन्य व्यक्ति पॉजिटिव पाए गए हैं.
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी गई हैं. मरीजों की संख्या में इजाफा देखते हुए बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज और जिला चिकित्सालय भी अलर्ट कर दिए गए हैं. वहीं, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में लगातार टेस्टिंग चल रही है, तो दूसरी तरफ फ्लू ओपीडी भी लगातार चालू है.
पर्याप्त मात्रा में है ऑक्सीजन
इसके अलावा 60 बेड के एक वार्ड में कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. बच्चों के संक्रमित होने की आशंका के चलते 30 बेड का एसएनसीयू और पीआईसीयू तैयार किया गया है. बीएमसी में जहां ऑक्सीजन की पर्याप्त मात्रा है, तो जिला चिकित्सालय का ऑक्सीजन प्लांट भी काम करने लगा है. बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में दूसरी लहर में 560 वर्ड कोरोना मरीजों के लिए आरक्षित किए गए थे.
तीसरी लहर को लेकर आपके सवाल
मालूम हो कि देशभर में कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा काफी समय पहले से जताया जा रहा है. कई विशेषज्ञों का मानना है कि अब हमें कोरोना के साथ ही जीना सीखना होगा. ऐसे में बार-बार सवाल उठता है कि क्या कुछ महीनों के अंतराल से एक के बाद एक कोरोना की लहरें आती रहेगी? क्या हमें पूरी जिंदगी पाबंदियों में गुजारना पड़ेगी? क्या बार-बार लॉकडाउन और अनलॉक की प्रक्रियाओं से गुजरना होगा? ऐसे तमाम सवालों के जवाब हम आपके लिए लेकर आए हैं. (Corona 3rd Wave)
कब तक आती रहेगी कोरोना की लहर?
विशेषज्ञ मानते हैं कि लॉकडाउन जैसे सावधानियां रखकर कोरोना की नई लहरों को आने से रोका जा सकता है. भारत जैसे अधिक जनसंख्या वाले देश में यह काफी मुश्किल काम है. दो बार ऐसा हो चुका है कि लॉकडाउन के बाद अचानक से लोग लापरवाही करने लगते हैं. पहले अनलॉक के बाद इसी के चलते देश में दूसरी लहर आई थी. हालांकि विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि अगर देश की 70 फीसदी आबादी को वैक्सीन लग गई, तो कोरोना के बार-बार फैलने को रोका जा सकता है.