रीवा।बीते दिनों अमहिया थाना क्षेत्र में एक युवक की गोली मारकर हत्या किए जाने के बाद जिला प्रशासन शुक्रवार को मुख्य आरोपी के घर पहुंचा और बुलडोजर चलाकर मुख्य आरोपी के द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को जमींदोज कर दिया. बता दें की 4 दिन पूर्व दोस्तों पर ही दोस्त की हत्या करने का आरोप लगा था. युवक को घर ले जाकर आरोपी ने उसके पेट में गोली मार दी थी, जिसके बाद मृतक के अन्य दोस्त उसे अस्पताल ले गए और पर्चा बनवाने के बाद अस्पताल में ही डेड बॉडी छोड़कर कर भाग गए थे.
बीते दोनों युवक की गोली मारकर की गई थी हत्याःघटना बीते मंगलवार की देर रात की है, जहां युवक की हत्या से सनसनी फैल गई थी. बताया गया था कि बिछिया थाना क्षेत्र निवासी विशाल मिश्रा को पहले उसके दोस्त ने बाजार में बुलाया. वहां पर उन्होंने पहले गोल गप्पे खाए. बाद में मुख्य आरोपी सुमित सिंह परिहार उसे अपने घर ले गया, वहां पर विशाल के आलावा 10 दोस्त एकत्रित थे. इसी दौरान मुख्य आरोपी सुमित सिंह ने कट्टे में गोली लोडकर विशाल के पेट में सटाया और फायरिंग कर दी. घटना के बाद मौके पर मौजूद अन्य दोस्त युवक को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने इलाज करने पर मना करते हुए उसे संजय गांधी अस्पताल भेज दिया. दोस्त उसे संजय गांधी अस्पताल लेकर गए और पर्चा बनवाने के बाद डेड बॉडी अस्पताल में ही छोड़कर कर भाग गए.
आरोपियों को पकड़ने शहर में की गई थी नाकेबंदीः घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम अस्पताल पहुंची थी. पुलिस मृतक के शव को पीएम के लिए मर्चुरी में रखवाया और घटना की जांच में जुट गई. पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने आरोपियों के धरपकड़ के लिए शहर में नाकेबंदी कराई, जिससे आरोपी शहर छोड़कर बाहर भागने में कामयाब न होने पाए. पुलिस ने एक युवक को हिरासत में लिया था, जिससे लगातार पूछताछ की जा रही थी. उसी की निशानदेही पर पुलिस अन्य आरोपियों तक पहुंचने के लिए दबिश दी. लेकिन कोई खास सफलता हाथ नहीं लगी.
अस्पताल गेट के बाहर शव रखकर परिजनों ने किया चक्का जामः दूसरी ओर मामले में गुस्साए परिजनों ने मृतक के पोस्टमार्टम के बाद शव को अस्पताल के गेट के बाहर रखकर चक्का जाम कर दिया और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. साथ में मुख्य आरोपी सुमित सिंह परिहार के घर पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई करने की मांग की थी. कई घंटों तक चले हंगामे के बाद प्रशासन की समझाइश पर परिजन युवक का शव ले जाने के लिए राजी हो गए थे.