रतलाम। दिल्ली से मुम्बई तक की दूरी को कम समय में तय करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेस-वे का निर्माण किया जा रहा है. रतलाम शहर के समीप लगे गांवों के बीच से गुजर रहे एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य भी इन दिनों जारी है. जावरा क्षेत्र में बीते तीन दिनों से जारी बारिश के दौरान एक्सप्रेस-वे में पानी की निकासी नहीं होने के चलते आसपास के गांवों में स्थित खेतों में पानी भर गया है. जिससे किसान परेशान हो रहे हैं.
किसानों के खेतों में भरा पानी किसानों के खेतों में भरा पानी
पहले पानी की लम्बी खेंच से फसल खराब होने का डर था, वहीं अब पानी खेतों में भरे रहने से फसल खराब होने का डर किसानों को सता रहा है. एक्सप्रेस वे में पानी की निकासी और फसलों के खराब होने के मामले में आज किसानों ने एसडीएम से चर्चा कर अपनी शिकायत रखी. क्षेत्र में बीते तीन दिनों से बारिश जारी है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है. वहीं सबसे ज्यादा परेशानी क्षेत्र से होकर गुजर रहे एक्सप्रेस वे से लगे किसानों को हो रही है.
एक्सप्रेस वे में पानी निकासी की व्यवस्था नहीं
शहर से लगे गांव बिनोली, आक्याबैनी और अन्य गांवों के किसानों ने एसडीएम को बताया कि एक्सप्रेस वे निर्माण से लेकर अब तक सभी किसान परेशान हैं. एक्सप्रेस वे के आसपास उनके खेत हैं, जिसमें सोयाबीन और अन्य फसल बोई हैं. पहले बारिश के इंतजार में फसल खराब होने का डर था, अब जब बारिश आई है तो एक्सप्रेस वे निर्माण करने वाली कंपनी ने पानी की निकासी नहीं बनाई है, जिससे सारा पानी उनके खेतों में भर गया है.
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एसडीएम से की शिकायत
निर्माणाधीन सड़क से लेकर करीब 600 मीटर तक पानी भरा है. जिससे अब किसानों को पानी भरा रहने से फसलों के खराब होने का भय सता रहा है. अगर पानी समय पर नहीं निकाला गया तो फसल गलकर नष्ट हो जाएगी.
किसानों ने बताया कि एक्सप्रेस वे निर्माण कंपनी अधिकारियों की मनमानी और खराब होती फसलों को लेकर मंगलवार को होने वाली जनसुनवाई में किसान अपनी समस्या लेकर अनुविभागीय अधिकारी राहुल नामदेव धोटे और एसडीएम से मिले. जिसमें एसडीएम ने दो दिन में राजस्व निरीक्षक को रिपोर्ट देने के लिए कहा है.