राजगढ़। अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर शिक्षक संघ काफी नाराज है, जिसको लेकर शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया. शिक्षक संघ ने सरकार के सामने 7 मांगें रखी हैं.
अनिवार्य सेनानिवृत्ति को लेकर शिक्षकों का फूटा गुस्सा, प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
अनिवार्य सेवानिवृत्ति को लेकर शिक्षक संघ काफी नाराज है.उन्होंने अपनी सात सूत्रीय मांगों को सरकार के सामने रखते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है.
अनिवार्य सेनानिवृत्ति को लेकर शिक्षकों का फूटा गुस्सा
जिसमें उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा रीवा, सतना, सिंगरौली और अन्य जिले के 16 शिक्षकों को 2050 के फॉर्मूले के अंतर्गत अनिवार्य सेवानिवृत्ति दे दी गई है, जो कि सर्वथा अनुचित है. वहीं उनके द्वारा की गई मांग कुछ इस प्रकार है-
- सेवानिवृत्ति देने के लिए जिस परीक्षा को आधार बनाया गया है. वह अव्यवस्थाओं के बीच लापरवाही के साथ आयोजित की गई.परीक्षा विश्वसनीय नहीं है.
- कुछ शिक्षक 30% से कम परीक्षा परिणाम की श्रेणी में नहीं आते थे. उन्हें जबरन परीक्षा में बिठाया जा रहा था, जिसके चलते उन शिक्षक ने परीक्षा नहीं दी.
- जहां एक तरफ शिक्षकों की कई विद्यालयों में कमी है और लगातार शिक्षकों को दूसरे कामों में लगाया जाता है, जिसके वजह से उनका परीक्षा परिणाम अनुरूप नहीं आ पाता है.जिसको जल्द बंद किया जाए.
- शिक्षकों को अपनी कार्यदक्षता सुधारने के लिए पर्याप्त समय दिया जाए.
- अनिवार्य सेवा निर्मित देने की कार्रवाई के पूर्व प्रकरणों के गहन छानबीन नहीं की गई.
- अनिवार्य सेवा निर्मित नियम के अनुसार पूरे सेवाकाल का रिकॉर्ड देखा जाना चाहिए जो नहीं देखा गया है.
Last Updated : Dec 6, 2019, 2:17 PM IST