राजगढ़। राजगढ़ लोकसभा से बसपा प्रत्याशी निशा त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. जिसे लेकर राजगढ़ में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं. निशा बसपा से उम्मीदवार थीं इसलिए उनके नामांकन वापस लेने से कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा होगा. बता दे निशा त्रिपाठी के साथ ही एक और निर्दलीय उम्मीदवार ने नामांकन वापस ले लिया है.
राजगढ़ः बसपा प्रत्याशी निशा त्रिपाठी ने वापस लिया नामांकन , कांग्रेस उम्मीदवार को हो सकता है इसका फायदा
बसपा प्रत्याशी निशा त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसके बाद क्षेत्र में यह मामला चर्चाओं में बना है कि आखिर किन कारणों की वजह से निशा त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस लिया. जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने बताया कि आज नामांकन वापसी की अंतिम दिन था, जिसमें कुल 2 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस लिया है
राजगढ़ लोकसभा में एक त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता था. लेकिन बीच चुनाव मैदान में से अचानक निशा त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस ले लिया, जिसके बाद क्षेत्र में यह मामला चर्चाओं में बना है कि आखिर किन कारणों की वजह से निशा त्रिपाठी ने अपना नामांकन वापस लिया. जिला कलेक्टर निधि निवेदिता ने बताया कि आज नामांकन वापसी की अंतिम दिन था, जिसमें कुल 2 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन वापस लिया है अब 13 में से 11 उम्मीदवार ही राजगढ़ लोकसभा क्षेत्र के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगे.
राजगढ़ लोकसभा से बसपा ने पहली बार महिला प्रत्याशी को मौका देकर मैदान में उतारा था, गुना की रहने वाली निशा त्रिपाठी बसपा नेता डॉ ओपी त्रिपाठी की पत्नी है. टिकट मिलने के बाद से ही निशा त्रिपाठी अपनी जीत का दावा कर रही थी. निशा त्रिपाठी के चुनाव लड़ने से कांग्रेस का ज्यादा नुकसान होता और कांग्रेस के वोटरों की संख्या कम होती.