पन्ना। जिले को मंदिरों की नगरी के नाम से जाना जाता है, यहां कई ऐतिहासिक और विश्व के आदित्य मंदिर हैं, जिनमें जुगल किशोर जी श्री बलदेव जी मंदिर, श्री गोविंद जी मंदिर, श्री राम जानकी मंदिर और श्री प्राणनाथ जी मंदिर मुख्य रूप से हैं ,इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है, जब 2 माह से भी अधिक समय इन मंदिरों में ताला लगा रहा और भक्तों को गेट के बाहर से ही भगवान के दर्शन करने पढ़े.
'लॉकडाउन में लॉक हुए भगवान' इतिहास में पहली बार मंदिरों में लगा ताला - temple city
लॉकडाउन की वजह से मंदिर बंद होने की कारण वहां पूजा करने वाले पुजारियों की भी आर्थिक हालत खराब हो गई है आपको बता दें कि, पहले प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त मंदिर में भगवान के दर्शन करने के लिए आते थे और दान चढ़ाया करते थे, जिससे इन पुजारियों की रोजी- रोटी भी चलती थी.
लॉकडाउन की वजह से मंदिर बंद होने की कारण वहां पूजा करने वाले पुजारियों की भी आर्थिक हालत खराब हो गई है, आपको बता दें कि, पहले प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में भक्त मंदिर में अपने भगवान के दर्शन करने के लिए आते थे और दान चढ़ाया करते थे, जिससे पुजारियों की रोजी- रोटी भी चलती थी. इसके साथ ही पंडितों के द्वारा शादी विवाह जैसे अन्य कार्यक्रम भी करवाए जाते थे, जिसमें उन्हें दान मिलता था. लेकिन लॉकडाउन की वजह से मंदिरों में भी ताला लगा है और शादी विवाह भी बंद है, जिस वजह से पुजारियों और पंडितों की आर्थिक हालत काफी खराब हो गई है.
श्रद्धालुओं का भी कहना है कि, गेट के बाहर से भगवान के दर्शन करने में उतना आनंद नहीं आता है और अब मंदिरों में लोग भी बहुत कम संख्या में आते हैं और बाहर से ही दर्शन करके चले जाते हैं, मंदिर के पुजारियों की मानें तो उनको मानदेय भी नहीं मिल रहा है और श्रद्धालुओं के द्वारा किए जाने वाले दान भी नहीं हो रहे हैं, जिस वजह से उन्हें काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.