पन्ना। जिला यूं तो अपनी सुंदरता और प्राकृतिक सौंदर्यता के लिए जाना जाता है और पन्ना घाटियों के लिए भी प्रसिद्ध है. यहां बने भैरव मंदिर लोगों को लेकर लोगों की अलग ही मान्यता है, जिसके कारण यहां से गुजरने वाले लोग यहां मत्था टेके बीना आगे नहीं बढ़ते.
यहां है भैरव बाबा का प्रसिद्ध मंदिर, मत्था टेकने के बाद ही यहां से गुजरते हैं यात्री - bhairav temple
भैरव बाबा के मंदिर में सुरक्षित सफर की कामना करते है और नारियल फोड़ते है. ताकि उन पर भगवान भैरव बाबा का आशीर्वाद रहे और सुरक्षित घर पहुंच सके. इस सड़क से हजारों की संख्या में प्रतिदिन वाहन निकलते हैं.
मान्यता हैं कि पन्ना-छतरपुर रोड पर पन्ना से महज 11 किलोमीटर की के दौरान जब यहां से गुजरते है तो भैरव बाबा के मंदिर में सुरक्षित सफर की कामना करते है और नारियल फोड़ते है. ताकि उन पर भगवान भैरव बाबा का आशीर्वाद रहे और सुरक्षित घर पहुंच सके. इस सड़क से हजारों की संख्या में प्रतिदिन वाहन निकलते हैं.
जो लोग भी भगवान भैरव बाबा के दर पर मत्था नहीं टेकते है, उनसे भैरव बाबा नाराज हो जाते है और आगे चल कर उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. ये वही घाटी है जहां पन्ना से छतरपुर जा रही एक बस में सवार करीब आधा सैकड़ा लोगों की जिंदा जल कर मौत हो गई थी. आये दिन यहां वाहनों की दुर्घटनायें होती रहती है साथ ही कई बसे भी यह पलट चुकी है.