नरसिंहपुर। एक ओर जहां प्रदेश सरकार रेत माफियाओं पर शिकंजा कस रही है, वहीं दूसरी ओर रेत माफिया बिना डरे धड़ल्ले से रेत खनन कर रही है. नरसिंहपुर के गाडरवारा विधानसभा के साईंखेड़ा क्षेत्र में लागातर रेत माफिया अवैध खनन कर रहे हैं. वहीं माफियाओं के गुंडों ने वहां रहने वालों का जीना मुश्किल कर दिया है. जिससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. मामले की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय सांसद उदय प्रताप पहुंचे, जिन्होंने खदान को बंद कराया और एसडीएम को जमकर फटकार लगाई.
माफिया गांव में करते हैं फायरिंग
ग्रामीणों ने बताया कि मुआर गांव के पास नदी में रेत का विशाल भंडार है. जिसमें रेत माफिया दिन रात रेत का अवैध उत्खनन कर रहे हैं. साथ ही कहा कि ओवरलोड चल रहे सैकड़ों डंपरों ने गांव की सड़कों को खराब कर दिया है. वहीं शाम होते ही रेत माफियाओं के गुंडे शराब के नशे में धुत होकर गांव में हथियार लहराते फायरिंग करते हैं.
ग्रामीणों की निजी जमीन से निकाली रेत
ग्रामीणों के मुताबिक अब तक 100 करोड़ से अधिक की रेत यहां से निकाली जा चुकी है. वहीं गांव के कई लोगों की निजी जमीन से भी रेत निकाली जा चुकी है. साथ ही बताया कि अगर विरोध करते हैं तो पुलिस उल्टा ग्रामीणों पर केस बनाकर जेल भेज देती है. मामले की खबर लगते ही क्षेत्रीय सांसद राव उदय प्रताप सिंह अपने काफिले के साथ रेत खदान पहुंचे और अवैध उत्खनन पर रोक लगवाई, हालांकि भनक लगते ही मौके से डंफर और मशीन लेकर माफिया भाग चुके थे.
क्षेत्रीय सांसद ने बंद कराया खदान
सांसद उदय प्रताप ने अपने साथ वकील, मीडियाकर्मी, प्रशासनिक अमला लेकर गए थे. जहां मौके पर मौजूद एसडीएम को तत्काल खदान बंद कर अवैध उत्खनन पर रोक लगाने को कहा, वहीं सांसद एसडीएम पर जमकर भड़के और कहा कि यहां रेत माफिया लोगों में दहशत फैला रहे है और पुलिस उल्टा गांव वालों पर मुकदमा बना रही है. सांसद ने खुलकर कहा कि गुंडागर्दी नहीं होने देगे, इसके लिए जो भी कदम उठाना पड़ेगा उसके लिए तैयार है.
रेत खदान पहुंचे सांसद ने प्रशासनिक अधिकारियों से सीमांकन करने को भी कहा है. साथ ही सांसद ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया है कि इस मामले में वे उनके साथ है. उन्होंने कहा कि रेत उत्खनन का मामला हाई कोर्ट लेकर जाएंगे. इस मामले में पथरिया विधायक पर गंभीर आरोप लगे है. जिसमें विधानसभा के कई स्थानों पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है. वहीं लोगों का कहना है कि कमलनाथ सरकार ने जो वादे किए थे वे सारे वादे भूल गए है.