नरसिंहपुर। अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्र मरीजों की सेहत ठीक करने के लिए होते हैं लेकिन नरसिंहपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कोई मरीज इलाज नहीं करना चाहता. ऐसा इसलिए क्योंकि स्वास्थ्य केंद्र के पीछे ही कचरे का अंबार लगा रहता है. नगर परिषद पूरे शहर का कचरा तो उठाते हैं लेकिन उसे तेंदूखेड़ा स्वास्थ्य केंद्र के पीछे ही डाल देते हैं. जिससे मरीजों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है.
कचरे का ढेर बना स्वास्थ्य केंद्र, मरीजों की सेहत से हो रहा खिलवाड़
सोचिए स्वास्थ्य केंद्र अगर कचरे फेंकने का अड्डा बन जाए तो हालात क्या होंगे, जाहिर सी बात है मरीजों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ेगा. नरसिंहपुर के एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पास यही तस्वीर देखने को मिल रही है, जो कि गंभीर बात है.
मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़
पीने का पानी भी हो रहा दूषित
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर कचरे का ढेर लगने से गंदगी के साथ-साथ आवारा पशु भी इकठ्ठा होने लगे हैं. वहीं कचरा डालने वाली जगह पर ही वाटर सप्लाई पानी की टंकी बनी हुई, जिसके कारण पीने का पानी भी दूषित हो रहा है. दूषित पानी की वजह से मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है लेकिन प्रशासन सुकून की नींद सो रहा है. मामले में जब नगर निगम अधिकारियों बात की गई, तो वो पल्ला झाड़ते हुए नजर आए.