नरसिंहपुर। देश भर में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में टोटल लॉकडाउन है. तमाम शहरों में रहकर पढ़ाई कर रहे छात्र कई जिलों में फंसे हुए हैं. रायसेन जिले के पांच छात्र-छात्राएं इंदौर में रहकर होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे थे. जो अब लॉकडाउन के कारण वहां फंसे हुए हैं. जिन्हें खाना न मिलने के चलते बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नरसिंहपुर जिला प्रशासन को पता चलते ही जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने फोन कर उन्हें हर संभव मदद करने की आश्वासन दिया है.
हेलो मैं नरसिंहपुर कलेक्टर बोल रहा हूं....सुन बच्चों के खिल गए चेहरे - lockdown Gotegaon Tehsil
नरसिंहपुर जिले के पांच छात्र-छात्राएं इंदौर में रहकर होटल मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे थे. जो अब लॉकडाउन के कारण वहां फंसे हुए हैं. जिन्हें तरह- तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. नरसिंहपुर कलेक्टर ने उनसे फोन पर बात की और हर संभव मदद का फरोसा भी दिया.
दरअसल, नरसिंहपुर जिले की गोटेगांव तहसील के बुधगांव, कुंडा, उमरिया व श्रीनगर निवासी पांच छात्र-छात्राएं इंदौर में रहकर होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर रहे है, जो अचानक हुए लॉकडाउन के चलते इंदौर में ही फंस गए है. लंबे समय के लॉकडाउन के चलते अब उन्हें खाने की समस्या होने लगी. जिसके बाद एक छात्रा ने झोतेश्वर पुलिस चौकी प्रभारी अग्निहोत्री को फोन कर खाना न मिलने के कारण बीमार होने की सूचना दी. उन्होंने जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना को इंदौर में 5 छात्रों के फंसे होने की जानकारी दी.
जिसके बाद जिले के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने फोन कर बच्चों से बातचीत की और उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन देते हुए खाने की व्यवस्था भी करवाई. उन्होंने लॉक डाउन खत्म होने के बाद वापस बुलाने पर विचार करने की बात भी कही.