मुरैना। जिले में रेत चोरी का अजब मामला सामने आया है, यहां एक महिला थाने की बिल्डिंग बनाई जा रही है, जिसमें चंबल के अवैध रेत का इस्तेमाल किया जा रहा था, जिसके बाद वन विभाग की एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने 9 जून को लगभग 12 ट्रॉली चंबल रेत को जब्त कर ठेकेदार मनीष कौशिक, बलवीर कुशवाह, सब इंजीनियर निर्भय पाल,पुलिस हाउसिंग बोर्ड के SDO ब्रजेश जाटव के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए आवेदन थाने में दिया था. लेकिन आवेदन देने के दो दिन बाद ही पूरी रेत चोरी हो गई.
रेत चोरी पर बोले थाना प्रभारी- मेरी ड्यूटी नहीं
जब वन विभाग की SDO ने थाना प्रभारी से ये कहा कि दो दिन पहले कार्रवाई के दौरान आप आये थे, तब यहां चंबल का रेत रखा हुआ था, तो थाना प्रभारी अतुल सिंह ने साफ साफ शब्दों में SDO से कहा कि मुझे नहीं पता कि चंबल का रेत था या सिंध का रेत, SDO श्रद्धा पांढरे ने जब थाना प्रभारी से ये कहा कि आपकी जमीन से रेत चोरी हो गई, तो उन्होंने कहा कि ये हमारी जमीन नहीं है, ये जमीन तो पुलिस लाइन की है.
इन सब बातों से यह लग रहा है कि इन सबके पीछे कहीं न कहीं पुलिस की मंशा वन विभाग की मदद न करने की है, कोतवाल साहब के ये शब्द कि चंबल रेत की चोरी की हमारी कोई जवाबदारी नहीं है, कोतवाल साहब को कौन बताए कि आप शहर के थाना प्रभारी है और आपके क्षेत्र से कोई भी चोरी या अन्य घटना हो जाने के बाद आपकी कितनी जवाबदारी रहती है, ये तो पुलिस के आलाधिकारी ही बता पायंगे, अब देखना ये होगा कि वन विभाग के आवेदन पर थाना प्रभारी FIR लिखते है या नहीं.