मुरैना। जिले में कांग्रेस नेता प्रबल प्रताप मावई की पार्टी में वापसी पर घमासान शुरु हो गया है. कुछ दिन पहले ही प्रबत प्रताप मावई की पार्टी में वापसी हुई थी. लेकिन अब एक बार फिर पार्टी ने अपने पुराने आदेश को बदलते हुए उकने कांग्रेस से 6 साल के निष्काषन का फैसला बरकारर रखा है. जिस पर प्रबल प्रताप मावई का कहना है कि उन्हें इस तरह की कोई जनाकारी नहीं मिली है. वही बीजेपी इस पूरे प्रकरण पर कांग्रेस पर गुटबाजी का आरोप लगाते हुए चुटकी लेती नजर आ रही है.
कांग्रेस नेता प्रबल प्रताप मावई फिर हुए पार्टी से निलंबित, खुलकर सामने आई गुटबाजी
मुरैना जिले में कांग्रेस नेता प्रबल प्रताप मावई के निलबंन को एक बार फिर से जारी कर दिया है. जिस पर प्रबल प्रताप मावई का कहना है कि उनके इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. यह सब साजिश के तहत किया जा रहा है. पूरे मामले में कांग्रेस भी बीजेपी पर चुटकी लेती नजर आ रही है.
कांग्रेस के प्रवक्ता राजेन्द्र यादव का कहना है कि प्रबल प्रताप मावई की वापसी का फैसला पार्टी ने लिया था. लेकिन अब एक बार फिर उनके निलंबन के फैसले को यथावथ रखा गया है. जबकि उन्होंने पार्टी में किसी भी प्रकार की गुटबाजी होने से इंकार किया है. वही ज्योतिरादित्य सिंधिया पर उन्होंने कहा कि सिंधिया पार्टी के बड़े नेता है और वो हमेशा कार्यकर्ताओं को लिए काम करते हैं. इस पूरे मामले में प्रबल प्रताप मावई के अनुसार उनके पास एक बार निलंबन की अभी तक कोई अधिकृत सूचना नहीं आई है. उनका कहना है कि यह किसी ने साजिश के तहत वायरल किया है.
पूरे मामले में बीजेपी नेता प्रेमकांत शर्मा ने कांग्रेस पर चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस की गुटबाजी अब पूरी तरह से खुलकर सामने आ गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस के कई अध्यक्ष है, ग्वालियर-चंबल में ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी का नेतृत्व करना चाहते हैं तो अन्य जगहों पर अन्य नेता. वही इस पूरे प्रकरण पर वरिष्ठ पत्रकार विजय तिवारी कहते है कि कांग्रेस में चल रहा यह खेल बहुत पुराना है. पार्टी में गुटबाजी है.