मुरैना। आवाम को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए जिला अस्पताल में करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी अस्पताल की हालत में कोई सुधार नजर नहीं आ रहा. सोमवार को हुए सड़क हादसे में घायलों को जिला अस्पताल में इलाज के लिये भर्ती कराया गया तो कुछ ऐसी तस्वीरें दिखीं, जिससे साफ हो गया कि सरकारी अस्पताल में किस तरह से मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.
6 साल की बहन को गोद में लिये इलाज के लिए जिला अस्पताल में भटकता रहा 9 साल का भाई
जिला अस्पताल के दुर्घटना में घायल हुये मरीजों को इलाज के लिये जगह नहीं मिली तो डॉक्टर ने उसे जमीन पर लिटाकर ही इलाज शुरू कर दिया, जबकि एक 9 साल का भाई अपनी 6 साल की मासूम बहन गोद में उठाकर इलाज के लिये इधर-उधर भटकता रहा.
अस्पताल में भटकता रहा 9 साल का भाई
जिम्मेदारों से जब इस बारे में पूछा गया तो वो अचानक बड़ी संख्या में घायलों के आने की बात कहने लगे, पर आम तौर पर भी यहां हालात भगवान भरोसे ही रहते हैं. वहीं बच्चों को उठाकर ले जाने वाली बात पर सिविल सर्जन का कहना है कि वार्ड बॉय की कमी है, जिसे जल्द पूरा किया जायेगा.