मुरैना। कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया ने मुरैना में जहरीली शराब पीने से 24 लोग की हुई मौत पर दुख जताया है और पीड़ित परिवारों के यहां जाकर शोक संवेदनाएं व्यक्त की. इस दौरान फूलसिंह बरैया ने कहा कि भला हो स्थानीय चुनाव सही समय पर नहीं हुए, नहीं तो हर गांव में लाशों के ढेर लग जाते. क्यो की ग्राम छैरा और मानपुर में जिस तरह जहरीली शराब से दो दिन में 24 लोगों की मौत हुई और जिसके बाद ट्रकों से अवैध और जहरीली शराब बरामद हुई, उससे स्पष्ट है कि यह स्टॉक केवल कुछ गांव में शराब बनाने के लिए नहीं लाया गया, बल्कि स्थानीय निकाय चुनावों में खपाने के तैयारी के लिहाज से राखी गई है.
फूल सिंह बरैया ने साधा निशाना सीएम शिवराज पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया ने स्थानी कांग्रेस विधायक अजब सिंह कुशवाह , राकेश मावई के साथ ग्राम छैरा, मानपुर , हड़बांसी, बिलैया का पूरा और पहवाली में जाकर पीड़ित परिवारों से बातचीत की और घटना से संबंधित जानकारी एकत्रित की. वही सभी पीड़ित परिवारों को सांत्वना देते हुए हर सम्भव मदद दिलाने का आश्वासन भी दिया. फूलसिंह बरैया का कहना है कि मुरैना में शराब पीने से 24 लोग शहीद हो गए है. लेकिन ना तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ना ही उनका कोई प्रतिनिधी पीड़ीत परिवार से मिले आया. उन्होनें सीएम पर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर शिवराज किसा गांव में बार बार आते है, तो इसमें कोई बड़ी बात नहीं जो समझा ना जाए. शिवराज चेक करने आते है कि शराब का अवैध कारोबार ठीक चल रहा है कि नहीं और इसके पीछे कोई बात नहीं है.
परिजनों से मिले कांग्रेस नेता 'बीजेपी करती है अवैध शराब का कारोबार'
फूलसिंह बरैया का कहना है कि जिस तरह से FIR में बीजेपी नेता का नाम आया है, तो मैं समझता हूं की बीजेपी की कई नेताओं ने एडवांस ऑर्डर देकर शराब बनवाई है, ताकि स्थानीय निकाय चुनावों में इस्तेमाल कर सकें. नहीं तो इतनी बड़ी मात्रा में शराब यहां के लोगों के लिए नहीं बल्कि पूरे जिले के लिए थी. मैं तो समझता हूं की चुनाव टल गया नहीं तो इसी तरह लाखों लोग मारे जाते. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि यह बीजेपी का सीधा सीधा कारोबार है. अगर किसी हादसे के तहत 24 लोगों की मौत होती तो सीएम आते, लेकिन यह तो उन्हीं की योजना के तहत मारे गए है, तो वह क्यों आएंगे. फूलसिंह बरैया का कहना है कि इसकी सजा यह नहीं है कि एसपी कलेक्टर को हटाए जाए. अगर इस मामले में अच्छे से कार्रवाई होगी तो कई लोगों को फांसी सजा भी हो सकती है. इसमें एसपी कलेक्टर भी हो सकते है या कोई बड़ा नेता भी शामिल हो सकता है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के दौरे पर साधा निशाना
ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रस्तावित दौरे पर कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने और ना आने से कोई फर्क नहीं पड़ता, क्योकि जो जिम्मेदार है शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उनकी इस हृदय विदारक घटना से अभी तक दूरी होना भाजपा नेताओं की नीयत को सार्वजनिक करता है. उन्होंने सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि वो तो ना जाने बीजेपी में जाकर क्या कर रहे है. अपने पिता जी के नाम का मेला तो लगवा नहीं पाए, तो उनके आने से क्या होता है.
परिजनों से मिले कांग्रेस नेता क्या है मामला ? बता दें, मुरैना में सोमवार को जहरीली शराब पीने लोगों की मौत हो गई और कई को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया. गौतलब है कि मंगलवार देर रात जहां मौत का आंकड़ा 16 था. बुधवार को यह संख्या बढ़कर 21 हो गया. गुरूवार को तीन और लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद मौत का यह आंकड़ा 24 पहुंच गया है. वहीं 9 लोग ग्वालियर और 10 लोग मुरैना जिला अस्पताल में भर्ती हैं.