मुरैना। जिले में लगातार कोरोना वायरस के मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर सरकार चिंतित है. इसी कड़ी में प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में चंबल भवन में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक आयोजित की गई, जिसमें सीएम ने जिला प्रशासन से संक्रमण फैलने के कारणों को जानने की कोशिश की, तो वहीं कोविड-19 के मरीजों के साथ इन सेंटरों में हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर कांग्रेस नेता ने सीएम के सामने विरोध दर्ज कराया, जिसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बैठक में तीखी नोकझोंक हो गई. हालांकि इन सभी को सीएम ने समझाइश देकर शांत कराया.
CM के सामने भिड़े कांग्रेस-बीजेपी के कार्यकर्ता, कोरोना मरीजों से दुर्व्यवहार को लेकर हुई बहस - मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान
मुरैना में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ हो रहे कैदियों जैसे व्यवहार को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपनी बात रखी, जिस पर बीजेपी और कांग्रेस में तीखी नोक-झोंक हो गई. हालांकि सीएम ने समझाइश देकर शांत कराया.
आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने मुख्यमंत्री के सामने कोरोना मरीजों के साथ हो रहे कैदियों जैसे व्यवहार की शिकायत दर्ज कराई. वहीं शहर में लॉकडाउन के समय पुलिस द्वारा लोगों के वाहनों के साथ तोड़-फोड़ करने की बात भी कही गई, जिसे लेकर बीजेपी कार्यकर्ता उग्र हो गए. हालांकि इस नोकझोंक के बाद सीएम शिवराज सिंह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को शांत कराया.
जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा का आरोप है कि कोरोना वायरस में भर्ती मरीजों को अच्छा खाना मुहैया नहीं कराया जा रहा है. कैदियों जैसा व्यवहार करने और उचित देखभाल नहीं होने के साथ-साथ अव्यवस्थाओं की बात सीएम शिवराज सिंह चौहान से साझा की गई. स्वास्थ्य अधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों ने इस मुद्दे को लेकर सीएम के सामने अपनी सफाई पेश की थी.