मंडला। शिक्षक ही समाज को अच्छे और बुरे की पहचान कराता है और एक अच्छा शिक्षक वही है जो हर परिस्थितियों में अपनी जिम्मेदारी को समझते है. ऐसा ही कुछ कर रहे हैं इन दिनों मंडला जिले के शिक्षक एक तरफ जहां शासन प्रशासन ने मण्डला जिले को पूरी तरह लॉकडाउन किया हुआ है. बाबजूद इसके लोग घरों से निकल रहे हैं. ऐसे में शिक्षकों ने जिम्मेदारी संभाली है. गांव गांव घूमकर लोगों को जागरूक कर रहे है.
शिक्षकों ने ग्रामीणों किया जागरूक, लॉकडाउन में घर पर रहने और सोशल डिस्टेंशिंग की अपील
लॉकडाउन को लेकर शिक्षकों ने ग्रामीणों को जागरूक करने का जिम्मा उठाया है. शिक्षकों ने ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना वायरस के खतरे को लेकर जागरूक करने और कर्फ्यू के दौरान घरों पर रहने की अपील की है.
ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को कोरोना वायरस के खतरे को लेकर जागरूक करने और कर्फ्यू के दौरान घरों पर रहने के लिए नैनपुर ब्लॉक के शिक्षकों ने जिम्मेदारी संभाली है. शिक्षक लाउडस्पीकर लेकर दूर दराज के क्षेत्रों में जा रहे हैं और ग्रामीण जनता को यह बता रहे हैं कि किस तरह से घरों पर रहकर एक दूसरे में फैलने वाले संक्रमण को रोका जा सकता है. घर पर रह कर सुरक्षित रहा जा सकता है,इन शिक्षकों का कहना है कि मण्डला कलेक्टर डॉ. जगदीश चंद्र जटिया और नैनपुर एसडीएम से अनुमती लेकर प्रशासन के सहयोग के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. जिससे कि मण्डला जिला पूरी तरह से कोरोना वायरस से सुरक्षित रहे. इन शिक्षकों का कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों की जांच को लेकर ग्रामीण अभी भी जागरूक नहीं है, जो सोशल डिस्टेंशिंग की सबसे बड़ी चुनौती हैं.