मंडला। प्रदेश में आदिवासी वर्ग के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सातवीं बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. व्यवसाय छोड़ राजनीति में उतरे कुलस्ते आज देशभर में एक बड़े आदिवासी नेता के तौर पर अपनी पहचान रखते हैं. अपनी परंपरागत सीट मंडला से चुनाव लड़ रहे कुलस्ते का मुकाबला इस बार कांग्रेस नेता कमल सिंह मरावी से है..
आदिवासी अंचल में दांव पर कुलस्ते की साख, मंडला की जंग में अकेले संभाल रहे मैदान - लोकसभा चुनाव
दिवासी वर्ग में अच्छी पकड़ रखने वाले कुलस्ते के लिए इस बार मुकाबला कड़ा माना जा रहा है
एनडीए सरकार में मंत्री पद संभाल चुके कलस्ते प्रदेश में बीजेपी का सबसे बड़ा आदिवासी चेहरे के तौर पर जाने जाते हैं. अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद से अपने सियासी सफर की शुरुआत करने वाले कुलस्ते के राजनीतिक करियर की बात करें तो.
- फग्गन सिंह कुलस्ते 1990 में पहली बार विधायक चुने गए
- 1996 में पहली बार मंडला से लोकसभा का चुनाव जीते
- एनडीए सरकार में मंत्री रहे
- संसद की कई समितियों के सदस्य रहे
- बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे
- अब तक पांच बार लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं
- सातवीं बार लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं
फग्गन सिंह कुलस्ते ने 2014 के चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ओमकार सिंह मरकाम को 1लाख 104 वोटों के अंतर से हराया था. आदिवासी वर्ग में अच्छी पकड़ रखने वाले कुलस्ते के लिए इस बार मुकाबला कड़ा माना जा रहा है. जहां देखना दिलचस्प होगा कि कुलस्ते आदिवासी लेंड में इस बार भगवा लहरा पाते है या नहीं.