मंडला। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के द्वारा पटवारियों को रिश्वतखोर बताए जाने के खिलाफ प्रदेश के पटवारियों ने मोर्चा खोल दिया है. जिले के लगभग तीन सौ पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे हुए है. हड़ताली पटवारियों का कहना है कि, जब तक मंत्री माफी नहीं मांग लेते, तब तक वे हड़ताल खत्म नहीं करेंगे. बता दें कि 3 अक्टूबर से प्रदेश के पटवारी हड़ताल पर बैठे हुए हैं.
अनिश्चितकालीन हड़ताल: पटवारी बनाम पटवारी की लड़ाई में पिस रहे हैं किसान
कमलनाथ सरकार में मंत्री जीतू पटवारी के बयान से नाराज प्रदेश के 300 पटवारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. उनका कहना है कि जब तक मंत्री मांफी नहीं मांग लेते, तब तक वो हड़ताल खत्म नहीं करेंगे.
हड़ताल पर बैठे नाराज पटवारियों का कहना है कि, जब तक कमलनाथ सरकार के मंत्री जीतू पटवारी अपने दिए हुए बयान के लिए सार्वजनिक रूप से सभी पटवारियों से माफी नहीं मांग लेते, तब तक वे अपनी हड़ताल खत्म नहीं करेंगे. वहीं इस हड़ताल से आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जनता हड़ताल के दौरान हो रही परेशानी के लिए मंत्री जीतू पटवारी को ही जिम्मेदार बता रही है. लोगों का कहना है कि मंत्री के द्वारा दिया गया बयान गैर जिम्मेदाराना है. ऐसे में सभी पटवारी वर्ग इससे आहत हुआ है.
गौरतलब है कि कमलनाथ के मंत्री जीतू पटवारी ने बीते शनिवार को पटवारियों को लेकर कहा था कि प्रदेश के सभी पटवारी बिना पैसे लिए काम नहीं करते और इन पटवारियों को लोगों के द्वारा हाथ पैर जोड़ने पर भी फर्क नहीं पड़ता है.