मण्डला। जिले में एक फिर ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. जिसमें कुछ दिन पहले मलहारी गांव में रहने वाले दो साल के कृष्णा का अतिकुपोषण के चलते 'बैगी पेंट' जैसी हालत हो गयी थी. जिसे ईटीवी भारत ने प्रमुखता से दिखाया था. जिसके बाद बच्चे का एनआरसी केंद्र में पूरा उपचार किया गया और पौष्टिक डाइट भी दी गयी. अब बच्चे की स्थित ठीक है.
21 दिन बाद कुपोषण से उभरा कृष्णा बता दें मण्डला जिले के निवास विकास खंड से एक दो साल के बच्चे का कुपोषण के बैगी पेंट स्टेज का मामला सामने आया था. जिसके लिए उसके माता-पिता ही जिम्मेदार थे, वो बच्चे का इलाज चिकित्सकों की जगह झाड़ फूंक से करा रहे थे. वहीं दूसरा जिम्मेदार महिला एवं बाल विकास था, जो जागरुकता का दावा करते है.
21 दिन पहले इस बच्चे को मण्डला के एनआरसी में लाया गया. जब दो साल के लिहाज से कृष्णा का वजन 14 किलो होना चाहिए था, लेकिन वो मात्र 6 किलोग्राम था. वहीं प्रोटीन भी इसके शरीर में नहीं थी, जिसके चलते बच्चे की हालत ऐसी हो गई थी. दो साल का कृष्णा पहले ना तो अपने से पलट सकता था और ना ही खेल पाता था. अब इसी कृष्णा के चेहरे पर मुस्कान है. अब कृष्णा बॉल भी खेलने लगा है और बैठने के साथ ही एक्टिव भी हो गया है. एनआरसी केंद्र में बच्चे का पूरा इलाज किया गया है. जहां बच्चे को पौष्टिक डाइट भी मिली है.
ये खबर उन लोगों के लिए जरूरी है जो सरकारी योजनाओं और चिकित्सा सुविधाओं की जगह अंधविश्वास और झाड़फूंक में विश्वास करते है. जिसके कारण हालत ऐसी हो जाती है कि उन्हें संभालना मुश्किल हो जाता है.
ये भी पढ़ें-अंधविश्वास से बिगड़ी 'कृष्णा' की हालत, कुपोषण की गंभीर स्टेज तक पहुंचा मासूम