मंडला। जिले मोहगांव विकासखंड के देवगांव में चार बुजुर्ग महिलाओं को सचिव और रोजगार सहायकों ने मृत घोषित कर दिया. जिसके चलते अब परेशान बुजुर्ग महिलाएं अपने जिंदा होने का सूबत लिए कभी इस ऑफिस तो कभी उस दफ्तर चक्कर काट-काट कर थक गई हैं. वहीं सिस्टम की इस लापरवाही से उन्हें किसी भी योजना का लाभ और पेंशन भी नहीं मिल पा रही है.
सिस्टम ने चार महिलाओं को 'मारा', तीन साल से दे रहीं जिंदा होने का सबूत - देवगांव ग्राम पंचायत
मंडला जिले में सचिव और रोजगार सहायकों की लापरवाही के चलते चार बुजुर्ग महिलाओं को सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.
जिले के मोहगांव विकासखंड के देवगांव ग्राम पंचायत में सचिव और रोजगार सहायक ने चार महिलाओं को सरकारी कागजों में तीन साल पहले ही मृत घोषित कर दिया, जिससे महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ मिलना भी बंद हो गया है. इन महिलाओं को हर महीने मिलने वाली विधवा पेंशन बंद हो गई. पेंशन न मिलने से परेशान महिलाएं जब बैंक पहुंची तो मामले की जानकारी लगी. जिसके बाद पीड़ित महिलाएं सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाकर अपने जिंदा होने का सबूत दे रही हैं.
मामले में जिला पंचायत की सीईओ तन्वी हुड्डा ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया है. सरकारी कामकाज में बरती जाने वाली लापरवाही का यह एक नमूना मात्र है. कई लोग सरकारी मुलाजिमों की लापरवाही के चलते दफ्तरों के चक्कर लगा रहे होंगे.