खरगोन। प्यार दीवाना होता है मस्ताना होता है... अपनी जादुई आवाज से करोड़ों दिलों पर राज करने वाले किशोर दा मरकर भी लाखों दिलों में जिंदा हैं. उनकी गायकी आज भी लोगों को जादुई एहसास दिलाती है. उनकी जयंती हो या पुण्यतिथि, हर मौके पर करोड़ों लोग उनके गाये गीत गुनगुनाने से खुद को रोक नहीं पाते.
हर दिल में 'किशोर' बनकर आज भी जिंदा हैं 'दादा', सुरों की दुनिया में उनके ही नगमों का है राज - kishore kumar birthday celebration in khargone
भले ही किशोर दा अब दुनिया में नहीं हैं, पर उनके गाये गीत सदियों तक गुनगुनाये जाते रहेंगे, उनकी जादुई आवाज की दीवानगी आज भी लाखों दिलों की धड़कन बनी हुई है
किशोर कुमार के जन्मदिन पर उनके दीवानों ने उन्हीं के अंदाज में उन्हें याद किया और ढोल की धुन पर उनके ही गीतों को गुनगुनाया और जमकर डांस भी किये. इसके बाद गाजे-बाजे के साथ उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए उनकी जन्मस्थली खंडवा पहुंचे.
किशोर कुमार चिंतन क्लब के सदस्य अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि दादा की याद में हर बार संगीतमय यात्रा निकालते हैं और केक काटकर उनका जन्मदिन मनाते हैं.किशोर दा के दीवाने उनके जन्मदिन पर वृद्धाश्रम, बालाश्रम जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हैं. साथ ही उनकी समाधि स्थल पर गीत गुनगुना कर श्रद्धांजलि देते हैं.
भले ही किशोर दा बीते जमाने के गायक रहे, लेकिन आज भी उनके नगमे सुरों की दुनिया में राज करते हैं. उनकी आवाज आज भी युवा दिलों में बसती है तो चलिये उन्हीं के नगमों के जरिये ईटीवी भारत भी उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करता है. ये जीवन है इस जीवन का...