खरगोन।खरगोन जिले में मुस्लिम समुदाय ने शादियों में होने वाली फिजूलखर्ची पर लगाम लगाने व शरीयत के मुताबिक शादी संपन्न कराने के उद्देश्य से एक अनोखी पहल की है. इसके तहत शादी में फिजूलखर्ची रोकने के लिए निर्णय लिए गए हैं. डीजे व बैंड बजाने बजाने वाले के यहां काजी साहब निकाह नहीं पढ़ाएंगे.
बैठक में ये फैसला :शहर के रामेश्वर टाकीज स्थित मदरसा इस्लामिया कार्यालय में आयोजित बैठक में मुफ़्ती तारिक, मुफ़्ती सोएब, मुफ़्ती इरफान, मुफ़्ती मोइज आदि की मौजूदगी में यह निर्णय लिया गया है. कमेटी के सदर मुसअब जिलानी ने बताया कि समाज में होने वाली शादी में इन दिनों भटकाव दिखाई दे रहा है. शरीयत और सुन्नत के हिसाब से शादी न करते हुए शादी समारोह के आयोजन में डीजे, बाजे, आतिशबाजी, नाच-गाने, जुआ खेलने एवं अन्य प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.