खंडवा।राम नगर चौकी क्षेत्र में एक टेंट व्यवसायी ने व्यापारिक घाटे के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. व्यवसायी के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उन्होंने आत्महत्या की वजह लॉकडाउन के कारण हुए घाटे और सूदखोर द्वारा कर्ज लौटाने के लिए परेशान करने की बात लिखी है. पिछले दो दिनों में ये दूसरा मामला है, जब घाटे की वजह से व्यवसायी ने आत्महत्या की.
लॉकडाउन का साइड इफेक्ट: टेंट व्यवसायी ने घाटे के चलते फांसी लगाकर की आत्महत्या, सूदखोर से था परेशान
खंडवा जिले के राम नगर चौकी क्षेत्र में एक टेंट व्यवसायी ने घाटे के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. व्यवसायी के पास से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने आत्महत्या की वजह लॉकडाउन के कारण हुए घाटे और सूदखोर द्वारा कर्ज लौटाने के लिए परेशान करने की वजह लिखी है.
मृतक आशीष ने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए कर्ज लिया था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उनका काम पूरी तरह से ठप रहा, इस दौरान सूदखोर लगातार आशीष पर पैसे वापस करने को लेकर दबाव बना रहा था, जिससे तंग आकर उन्होंने मौत को गले लगा लिया. आज दोपहर को रामनगर स्थित दुकान में आशीष ने फांसी लगा ली. व्यवसायी ने सुसाइड नोट में एक सूदखोर का नाम भी लिखा है. अब पुलिस इस आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुट गई है.
मृतक के पिता ने बताया कि, बेटे ने कर्ज लिया था, लेकिन लॉकडाउन से इस साल व्यवसाय पूरी तरह ठप रहा. इसलिए कर्ज नहीं चुका पाया. उन्होंने बताया आज ही सूदखोर ने कर्ज चुकाने को लेकर विवाद किया था. राम नगर चौकी प्रभारी अमित कोरी ने बताया कि, व्यवसायी आशीष डावर ने सुसाइड नोट छोड़ा है. जिसमें उसने लिखा है कि, लॉकडाउन की वजह से उसके व्यवसाय को खासा घाटा हुआ हैं, कर्जदार उसे परेशान कर रहा हैं. जिसकी वजह से उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.