खंडवा। BSF के जवान मनोज गोलकर का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम जामठी पहुंचा, जहां पूरे सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. मनोज गोलकर अमृतसर में तैनात थे और घर की सफाई करते समय सीढ़ियों से फिसलने के दौरान लोहे की खटिया का कोना उनके सर में लग गया था, अमृतसर के अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.
पैतृक गांव पहुंचा BSF के जवान का पार्थिव शरीर, सैनिक सम्मान के साथ किया गया अंतिम संस्कार
बीएसएफ के जवान मनोज गोलकर का पार्थिव शरीर उनके गृह ग्राम जामठी पहुंचा. जहां सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. घर की सफाई करते समय सीढ़ियों से फिसलने की वजह से उनका निधन हो गया था.
सैनिक सम्मान के साथ हुआ जवान का अंतिम संस्कार
बीएसएफ के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. दिल्ली और इंदौर के रास्ते उनका पार्थिव शरीर खंडवा पहुंचा. उनके अंतिम संस्कार में आस-पास के गांव से बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और भारत माता की जय और मनोज गोलकर जिंदाबाद जैसे नारों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया. मनोज गोलकर 2014 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे, उनकी पहली पोस्टिंग श्रीनगर में थी. 10 महीने पहले ही उनका ट्रांस्फर अमृतसर हुआ था.